फिर अगले महीने आया 20 हजार का बिल
जिसके बाद विभाग के कर्मचारियों द्वारा सुधार करने का आश्वासन दिया गया। जिसके बाद अगले ही माह 20,000 रूपये का बिल पुन: आ गया पीडि़त द्वारा पुन: शिकायत किया गया किन्तु विभाग के कर्मचारियों द्वारा कहा गया कि आपका बिल यहां नही सुधर सकता आप राजनांदगांव मेन आफिस में चले जाने की बात कही गयी। वहां जाने पर शिकायत लेते हुए बिल पर सुधार करने की बात कहा गया लेकिन पुन: अगले माह उसी तरह बिल आया, लेकिन बिल में कोई सुधार नहीं हो पाया।
कर्मचारी बिजली कनेक्शन काटने की दे रहे धमकी
पीडि़त द्वारा बार-बार विद्युत विभाग के चक्कर लगाते चप्पल घिस गये। पीडि़त अपने रोजी-रोटी को छोड़कर बिजली बिल सुधार करवाने जाता है लेकिन विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण बिजली के बिल में सुधार नहीं हो पा रहा है और नौबत यहां तक आ गया कि विभाग के कर्मचारियों द्वारा विद्युत कनेक्शन काटने की धमकी दिया जा रहा है जिससे पीडि़त को शारीरिक व मानसिक परेसानियों का सामना करना पड़ रहा है।
दिनेश चतुर्वेदी, जेई अर्जुनी