फॉल्ट ढूंढने में देरी का प्रमुख कारण मेंटेनेंस गैंग में कर्मचारियों की कमी है। राजधानी में आबादी बढ़ी। उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ी। लेकिन बिजली कंपनी के अधिकारियों ने मेंटेनेंस गैंग की संख्या नहीं बढ़ाई। इसकी वजह से जरा सा फाल्ट होने पर भी उन्हें ढूंढने में घंटे लग जाते हैं और परेशानी उपभोक्ताओं को होती है। 22 जून को हुई हल्की बारिश में ही बिजली गुल होने पर 1300 शिकायतें मिली थीं। जिसे सुधारने में बिजली कंपनी का अमला रातभर जुटा रहा।
यह भी पढ़ें
CG Petrol-Diesel Price Today: प्रदेश में पेट्रोल-डीजल के नए दाम जारी, फटाफट यहां चेक करें आज का लेटेस्ट रेट
हर जोन में दो गैंग रायपुर सर्किल-1 और सर्किल-2 में 14 जोन है। विभागीय अधिकारियों ने सभी जोन में 1 गैंग ट्रांसफार्मर सुधारने के लिए और 1 गैंग लाइन सुधारने के लिए पदस्थ किया है। इन गैंग में कर्मचारियों और संसाधनों की कमी है। एक ही गाड़ी होने से कर्मचारी एक समय में एक ही (cg news) जगह जा पाते है। इस वजह से दूसरे जगह का फॉल्ट बनने में परेशानी होती है। कई बार जोन के अधिकारी सर्किल प्रभारी के निर्देश पर दूसरे जोन की भी गाड़ी बुलाते है, लेकिन हर बार यह फार्मूला फिट नहीं होता। यह भी पढ़ें
shravan mahotsav 2023: 19 वर्ष बाद 59 दिनों का सावन मास, होगा दुर्लभ संयोग, जानें 8 सोमवार का महत्व
हड़ताल में बढ़ सकती है परेशानी प्रदेश में बिजली कर्मचारियों ने हड़ताल का ऐलान किया है। कर्मचारियों की हड़ताल का असर आने वाले दिनों में राजधानी सहित प्रदेश भर में देखने को मिल सकता है। बिजली कर्मचारियों के हड़ताल के बीच राजधानी में पदस्थ अधिकारियों ने अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के हड़ताल में न जाने की बात कही। जोन अधिकारियों की डिमांड के मुताबिक मेंटेनेंस गैंग की संख्या बढ़ाई जाती है। गैंग में नए के साथ अनुभव वाले कर्मचारियों को रखा जाता है। इससे (raipur news) फॉल्ट बनाने में कोई परेशानी नहीं होती। जोन से अभी इस तरह की डिमांड नहीं आई है। डिमांड आने पर उनको टीम और गाडिय़ां उपलब्ध कराई जाएगी।
– मनोज वर्मा, सर्किल प्रभारी, रायपुर वृत्त- 1
यह भी पढ़ें