27th All India Forest Sports Festival: सूर्यकुमार ने खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि खेल जीवन में अनुशासन सिखाता है और खिलाड़ियों के लिए अनुशासन ही आगे बढऩे का रास्ता है। सभी खेलों का सपोर्ट करना चाहिए। इससे जीवन संयमित बनता है। स्काई नाम से पुकारे जाने वाले सूर्यकुमार ने बताया कि वह रायपुर तीसरी बार आए हैं। दो बार यहां मैच खेलने आ चुके हैं। यहां इतनी हरियाली है कि पूरा क्षेत्र सुंदर लगता है। उन्होंने विभिन्न राज्यों से टूर्नामेंट में हिस्सा लेने आए खिलाड़ियों को खेल भावना से खेल प्रतिभा दिखाने का संदेश दिया।
27th All India Forest Sports Festival: फॉरेस्ट स्पोर्ट्स मीट का आगाज
रायपुर में 27वें अखिल भारतीय वन खेल महोत्सव (27th All India Forest Sports Festival) का बुधवार को आगाज हो गया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ी संस्कृति, सभ्यता और नृत्य का संगम देखने को मिला। खेल महोत्सव के उद्घाटन विभिन्न प्रदेशों से राजधानी पहुंचे प्रतिभागियों के मार्चपास्ट से हुआ। मार्चपास्ट के अंत में छत्तीसगढ़ के कलाकारों अपनी संस्कृति और नृत्य की झलक पेश की। मार्चपास्ट के आखिरी में छत्तीसगढ़ के विभिन्न त्योहारों में प्रचलित नृत्य मांढेर, गेंड़ी, डंडा, सुआ, गौंड और पंथी नृत्य के दलों ने शानदार प्रस्तुति दी। इसके बाद छत्तीसगढ़ के पदक विजेता एथलीट का दल ने तेजा साहू के नेतृत्व में मुय मशाल रोशन की। जिसके बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने टूर्नामेंट की शुरुआत की घोषणा की। वहीं, विभिन्न प्रदेशों से आए खिलाड़ियों को खेल भावना से स्पर्धा में हिस्सा लेने की शपथ प्रदेश वन मंत्री केदार कश्यप ने दिलाई। समापन भव्य आतिशबाजी के साथ हुआ।
यहां वनभैसा और मैना भी
सर्यूकुमार ने छत्तीसगढ़ की हरे-भरे क्षेत्र की भरपूर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि वे जब भी यहां आए हैं मैदान लेकर पूरे रास्ते हरा-भरा दिखा। इससे पता चलता है कि यहां कितना बड़ा क्षेत्र वन का है। यहा वनभैसा के साथ-साथ पहाड़ी मैना भी प्रसिद्ध है। सूर्यकुमार मार्च पास्ट में शामिल हुए और विभिन्न प्रकार के छत्तीसगढ़ी नृत्य की भी प्रशंसा की।खेल व खिलाड़ियों के विकास के लिए प्रतिबद्ध
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस खेल में कश्मीर से कन्याकुमारी ही नहीं, अपितु केंद्र शासित प्रदेश के खिलाड़ी प्रतियोगिता में शामिल हो रहे हैं। हमारा देश विविधताओं का देश है, राजधानी रायपुर का यह स्टेडियम लघु भारत नजर आ रहा है। छत्तीसगढ़ की सरकार खेल और खिलाड़ियों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों से खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ा है।1992 से शुरू हुआ वन खेल महोत्सव
भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता 1992 में प्रारंभ की गई थी। इसका मुय उद्देश्य वन विभाग के सभी स्तर के कर्मचारियों और अधिकारियों के बीच समन्वय स्थापित करना और उनके बीच खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करना है। छत्तीसगढ़ तीसरी बार राष्ट्रीय प्रतियोगिता की मेजबानी कर रहा है। इस बार के आयोजन में 23 खेल विधाओं में 301 प्रतियोगिताए आयोजित की जाएगी। जिसमें 41 राज्य और संस्थानों के करीब 3000 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। इसके लिए राजधानी रायपुर और नवा रायपुर के करीब 17 खेल स्थलों का चयन किया गया है। यह आयोजन 20 अक्टूबर तक चलेगा और समापन समारोह में ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता मनु भाकर शामिल होंगी।