किसानों की सहुलियत का ध्यान रखते हुए प्रदेश में कुल 2739 धान खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। पिछली बार की तुलना में इस बार किसानों की संख्या भी बढ़ी है। सरकारी खरीदी केंद्रों में धान बेचने मंगलवार से हो टोकन कटना शुरू हो गया। ऑन लाइन (मोबाइल ऐप) और ऑफ लाइन (समिति) दोनों तरीके से टोकन काटे जा रहे हैं। पहले दिन धान बेचने के लिए कुल 8 हजार 157 टोकन कटा है। इसमें सबसे ज्यादा धमतरी में 1775 किसानों ने टोकन लिया है। इन 8 हजार से ज्यादा टोकनों से किसान करीब 3 लाख किंटल से ज्यादा धान बेचेंगे। धान खरीदी के लिए सरकार ने 22 हजार करोड़ का बैंकों से क्रेडिट लिमिट लिया है।
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बायोमेट्रिक से अभी लगेगा समय अधिकारियों का कहना है कि बिना बायोमेट्रिक मशीनों के धान खरीदी के लिए भारत सरकार से अनुमति थोड़े समय के लिए ही मिली। इन मशीनों के सप्लायर कंपनी ने मशीन के लिए थोड़ा वक्त मांगा है। कंपनी ने 4 नवंबर तक मशीनें खरीदी केंद्रों तक पहुंचा देने की बात कही है। इसके बाद धान की खरीदी बायोमेट्रिक व्यवस्था के तहत ही होगी। दो लाख किसान बढ़े अधिकारियों के मुताबिक इस बार धान बेचने के लिए 26.87 किसानों ने अपना पंजीयन कराया है। इसमें 2 लाख 33 हजार नए किसान शामिल हैं। इस बार किसान 32.80 लाख हेक्टेयर में उत्पादित धान बेचेंगे। बता दें कि इस बार समर्थन मूल्य में किसानों से प्रति एकड़ 20 क्विंटल धान की खरीदी की जाएगी।
यह है धान का समर्थन मूल्य 2183- धान कॉमन
2203- धान ए ग्रेड
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