टीकाकरण प्रभावित होने की 2 बड़ी वजहें
1- त्यौहारी छुट्टियां- सितंबर, अक्टूबर में लगातार छुट्टियां पड़ीं। नवंबर के पहले हफ्ते तक छुट्टियां पड़नी है। ये त्यौहारी छुट्टियां हैं। त्यौहारी सीजन होने की वजह से कारोबारी, मजदूर अपने काम-धंधें में व्यस्त हैं। इसके चलते टीकाकरण प्रभावित हो रहा है।
2- धान कटाई- राज्य में धान कटाई शुरू हो चुकी है। किसान, मजदूर सुबह से शाम तक इसी काम में जुटे रहते हैं। इन्हें बल पूर्वक टीकाकरण केंद्र तक नहीं ले जाया सकता। विभाग कटाई होने तक इंतजार करेगा। इसके बाद गांव-गांव दस्तक देने की तैयारी है। अभी जाएंगे तो लोग उपलब्ध नहीं होंगे।
सिर्फ 2 जिलों में शत प्रतिशत आबादी को पहला डोज लगा
हफ्तेभर से रफ्तार 1 लाख से अधिक
प्रदेश में टीकाकरण की रफ्तार बीते हफ्तेभर से 1 लाख से 1.85 लाख डोज तक रही है। शुक्रवार को 1.05 लाख डोज लगे। यानी टीकाकरण बढ़ रहा है। खासकर 18 से 44 आयुवर्ग में। उधर, राज्य में 92 प्रतिशत को कोविशील्ड लग रही है। जिसके पहले से दूसरे डोज के बीच समय-सीमा 12 से 16 हफ्ते है, इसकी वजह से भी सेकंड डोज कम लगे हैं। दूसरा 36 लाख से अधिक लोगों ने समय-सीमा के बाद भी सेकंड डोज नहीं लगवाया है।