उधर, शनिवार को कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया भी संक्रमित पाए गए थे। मगर, जब तक रिपोर्ट आती वे दिल्ली के लिए उड़ान भर चुके थे। उनके संपर्क में आए मुख्यमंत्री से लेकर कई मंत्री, नेता और पार्टी कार्यकर्ता थे। स्वास्थ्य विभाग सभी की सेहत पर नजर रखे हुए है।
कोरोना की जहां हो रही थी जांच, वहां दी शादी की अनुमति, सैकड़ों की जिंदगी खतरें में
उधर, रविवार को प्रदेश में 2,233 मरीजों में कोरोना की पहचान हुई। इनमें सर्वाधिक मरीज रायपुर, दुर्ग, जांजगीर चांपा और बिलासपुर से रिपोर्ट हुए। बीते 24 घंटे में इलाज के दौरान 9 मरीजों ने दम तोड़ दिया। मृतकों की संख्या 1,235 जा पहुंची है। मौत के बढ़ते आंकड़ों पर रोक लगाने के लिए सरकार के सभी प्रयास अब तक को कारगर साबित नहीं हो रहे हैं।
यहां हो रही सबसे चूक
प्रदेश में कोरोना वायरस के फैलने की वजह है मास्क की अनदेखी करना है। इनमें वीआईपी से लेकर अधिकारी और आम लोग हैं, जो मास्क का नियमित इस्तेमाल नहीं कर रहे। वर्तमान में मास्क ही विकल्प है। ‘पत्रिकाÓ लगातार ‘मास्क है तो नो टेंशन कॉलम के जरिए विशेषज्ञों के माध्यम से यह बता रहा है कि मास्क पहनें। इसे आदत बना लें, मगर रायपुर में हुए सर्वे में सिर्फ 6 प्रतिशत लोग नियमित मास्क का इस्तेमाल करते मिले। ऐसे में संक्रमण कैसे रूकेगा। मौत के आंकड़े कैसे कम होंगे।