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एयर ट्रैफिक और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में भी इससे बड़ा बूम आएगा। महानगरों की तर्ज पर यहां भी ज्वेलर्स, कारीगर और डिजाइनर एक छत के नीचे होंगे। खास बात ये है कि इस पार्क में हॉलमार्क सेंटर भी बनेगा। सराफा कारोबारी लंबे वक्त से इसकी मांग कर रहे हैं। ज्वेलरी पार्क होने का सबसे बड़ा फायदा तो ये होगा कि कारीगरों के लिए भी यहां अलग से व्यवस्था की जाएगी। पार्क में ज्वेलरी डिजाइनिंग के लिए अलग दफ्तर होगा। जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क शहर समेत पूरे राज्य के लिए रोजगार का बड़ा हब बनेगा। बाहर के कारोबारी खरीदारी के लिए आएंगे तो प्रदेश का टूरिज्म भी बढ़ेगा। छत्तीसगढ़ के अनुपम सौंदर्य की महक देश ही नहीं, बल्कि विदेशों तक भी महकेगी।
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शहर में वर्ल्ड क्लास सेंटर बनाने के लिए छत्तीसगढ़ औद्योगिक विकास निगम के अधिकारी पहले ही मुंबई, सूरत और कोलकाता का दौरा कर आए हैं। पिछले साल छत्तीसगढ़ औद्योगिक विकास निगम के अधिकारियों को राज्य सरकार ने निरीक्षण के लिए भेजा था। इसके बाद तय किया जा चुका है कि जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क का डिजाइन कैसा रहेगा और लोगों की सुविधा के लिए यहां क्या जरूरी इंतजाम किए जाने हैं। युवाओं को महानगरों की दौड़ से मिलेगी राहत
जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क में रुझान रखने वाले युवकों को अब तक सूरत, मुम्बई जैसे महानगरों की दौड़ लगानी पड़ती है। राजधानी में पार्क बनने युवाओं को इस दौड़ से राहत मिलेगी। बल्कि, अब दूसरे राज्यों के युवा और कारोबारी हमारे यहां आएंगे। पहले पंडरी बस स्टैंड में जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क बनना प्रस्तावित था। नगर निगम की आपत्ति के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे कृषि मंडी की जमीन में बनाने की मंजूरी दी। पिछले साल पूर्व विधायक इसके खिलाफ हाईकोर्ट से स्टे ले आए थे। अब जाकर कोर्ट ने कृषि मंडी की जमीन पर पार्क बनाने के लिए हरी झंडी दे दी है।
जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क में रुझान रखने वाले युवकों को अब तक सूरत, मुम्बई जैसे महानगरों की दौड़ लगानी पड़ती है। राजधानी में पार्क बनने युवाओं को इस दौड़ से राहत मिलेगी। बल्कि, अब दूसरे राज्यों के युवा और कारोबारी हमारे यहां आएंगे। पहले पंडरी बस स्टैंड में जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क बनना प्रस्तावित था। नगर निगम की आपत्ति के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे कृषि मंडी की जमीन में बनाने की मंजूरी दी। पिछले साल पूर्व विधायक इसके खिलाफ हाईकोर्ट से स्टे ले आए थे। अब जाकर कोर्ट ने कृषि मंडी की जमीन पर पार्क बनाने के लिए हरी झंडी दे दी है।
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ये होगा फायदा1. मैन्यूफैक्चरिंग, डिजाइनिंग और हॉलमार्क सेंटर एक जगह आ जाएंगे। 2. होलसेल के साथ री-टेल कारोबार भी एक ही छत के नीचे आ जाएगा। 3. सदरबाजार पर व्यवसायिक भार कम होगा। ग्राहकों को भी सुविधा।
4. एग्जीबिशन के लिए ऊपर हॉल भी रहेगा। उत्पादों की प्रदर्शनी आसान। रोजगार मिलेगा जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क बनने से छत्तीसगढ़ कटिंग, पॉलिसिंग और रिफाइनरी का हब बनेगा। स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। राज्य सरकार को भी अच्छा-खासा राजस्व भी मिलेगा।
– हरख मालू, पूर्व अध्यक्ष, रायपुर सराफा एसोसिएशन