मोहल्ले व परिवार के लोग निखिल को ढांढस बंधाते रहे, लेकिन निखिल का रोना कम नहीं हुआ। मंगलवार को मोहल्ले के हर व्यक्ति ने नरेश और मंजू की अंतिम यात्रा को नम आंखों से विदा किया। श्मशान में अंतिम संस्कार के वक्त जब निखिल को लाया गया तो वह बेहोश होकर गिर गया। सोमवार को हादसे के बाद से मंगलवार को अंतिम संस्कार तक बेटा निखिल स्कूल यूनिफार्म में ही रहा।
पत्नी की हत्या कर पति ने की आत्महत्या
पुलिस के मुताबिक सोमवार को शहर के लाखेनगर में आपसी विवाद के चलते पति नरेश साहू ने पहले अपनी पत्नी मंजू साहू की हत्या की। फिर खुद फांसी के फंदे पर झूल गया। इस समय दंपती का बेटा निखिल साहू स्कूल गया हुआ था। दोनों की शादी 16 साल पहले हुई थी।
मृतका के पिता ने की जांच की मांग
मृतका मंजू के पिता राम भुवन साहू ने प्रशासन से मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने बताया कि नरेश के माता-पिता नहीं है। बाजू में नरेश की बुआ का घर है। बचपन से उसकी बुआ ने ही उसकी देखभाल की। जब से शादी हुई, तब से दामाद मेरी बेटी से मारपीट करता था। कई बार सामाजिक स्तर पर बैठक होने के बाद भी कुछ नहीं हुआ। फिर महिला थाना में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद भी उसके रहन सहन में कोई सुधार नहीं हुआ। मंजू के पिता ने पूरे मामले की जांच कराने की बात कहते हुए निखिल को साथ ले जाने की बात कहीं।