यह भी पढ़ें : 108 और 102 के थमे पहिए.. सड़कों पर उतरे एम्बुलेंस कर्मचारी, 4 मांगों को लेकर जताया आक्रोश CG Job Requirment : प्लेसमेंट के जरिए रोजगार के दरवाजे प्रदेश में 2017 के बाद खुले। इस कैम्पस प्लेसमेंट के जरिए अब तक 1.28 लाख नौकरियां ऑफर की जा चुकी हैं। रोजगार व स्वरोजगार मार्गदशन केंद्र के आंकड़े बताते हैं कि 1067 निजी कंपनियों ने 398 प्लेसमेंट कैंप में 61 हजार से ज्यादा युवाओं ने हिस्सा लिया। विभाग ने पाया कि लोग पढ़े-लिखे तो हैं। लेकिन, कौशल के अभाव में कैंप नहीं पहुंच रहे हैं। ऐसे में लोगों को अलग-अलग क्षेत्र का काम सिखाने के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाए गए। इस मुहिम से अच्छा खासा बदलाव भी आया। इधर, सरकार युवाओं को बढ़ा हुआ बेरोजगारी भत्ता दे रही है। साथ में कौशल विकास के लिए ट्रेनिंग भी दे रही है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें। एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि अगले 5 सालों में रायपुर निजी सेक्टर में 2.50 लाख रोजगार और पैदा करेगा।
यह भी पढ़ें : नगर निगम की बड़ी लापरवाही… ग्रीननेट व टीन शेड से घेरा होता तो बच जाती 2 मासूमों की जान CG Job Requirment : रायपुर एजुकेशन, मेडिकल और इंडस्ट्रियल हब के रूप में डेवलप हो रहा है। आसपास के राज्यों में अगर कोई सबसे फास्ट ग्रोइंग कैपिटल है तो वह रायपुर ही है। ऐसे में यहां देश-विदेश की कई बड़ी कंपनियां निवेश करने आ रहीं हैं। बीते 6 सालों की बात करें तो सरकार ने 201 कंपनियों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इन प्रोजेक्ट्स पर करीब 100463.60 करोड़ निवेश किया जाना था। लेकिन, 9 एमओयू अलग-अलग कारणों से रद्द कर दिए गए।
यह भी पढ़ें : छत्तीगढ़ में महिलाओं को मिला 33% आरक्षण, पुलिस के राजपत्रित पदों पर भर्ती में मिलेगा इन नियमों का लाभ CG Job Requirment : अब 192 एमओयू हैं जिनसे 1.15 लाख नौकरियां जनरेट होनी है। इनमें से 23 प्रोजेक्ट्स में 7 हजार से ज्यादा लोगों को नौकरी मिल चुकी है। लेकिन 1.80 लाख नौकरियों पर भविष्य में भर्ती होनी है। इसी तरह नवा रायपुर में 1100 एकड़ का होलसेल मार्केट, एयरोसिटी, पंडरी में मध्य भारत का सबसे बड़ा जेम्स एंड ज्वेलरी पार्क मिलकर अगले 10 सालों में रायपुर में 3 लाख से ज्यादा नौकरियां पैदा करेंगे। इसके अलावा स्कूल एजुकेशन, लघु व सूक्ष्म उद्योग, इंडस्ट्रीज़ भी बड़ी संख्या में रोजगार पैदा करेंगे।