इस तरह अब रायपुर में संचालित होने वाले 64 बियर बार में से अब जिले में 26 बार ही रह गए हैं। बार खुलने के 20 दिन बाद फिर लॉकडाउन लगने से व्यापार फिर से खड़ा नहीं हो पा रहा है। बार संचालकों का कहना है लोगों की आदत बार आने की छूट गई है। कोरोना के डर से पीने के शौकीनों की कमी देखी जा सकती है। बार के कारोबार में 60 प्रतिशत गिरावट आई है।
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वेज होटलों का कारोबार 50 प्रतिशत घटा है। दूसरी तरफ नॉन वेज रेस्टोरेंट में जाने से 60 प्रतिशत लोग बच रहे हैं। कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ते ही अफवाहें भी फैलीं कि शराब पीने वालों को कोरोना नहीं हो सकता। बारों में ग्राहकों की कमी साफ इशारा कर रही कि लोग इस तरह की अफवाहों में नहीं फंसना चाहते।
घर बैठे मिल रही है शराब
सरकार की होम डिलिवरी सुविधा ने भी बार के बिजनेस को प्रभावित किया है। होम डिलिवरी सुविधा से लोग कोरोना संक्रमण के अलावा ड्रिंक एंड ड्राइव जैसी परेशानी से भी बचना चाहते हैं। इसके अलावा बार की महंगी शराब और ब्रांड लोगों को घर बैठे मिल रही है।
बढ़ रही हैं प्रीमियम शराब दुकानें
राजधानी में लोगों को भीड़ से बचकर मन पसंद ब्रांड देने के लिए शहर में प्रीमियम शराब दुकानें खोल दी गई है। जो लोग भीड़ और संक्रमण से बचना चाहनते हैं वो प्रीमियम दुकान की ओर रुख कर रहे हैं। इससे भी बार बिजनेस पर काफी प्रभाव पड़ा है। इसके अलावा होटल व्यवसाय और बाहरी लोगों का कम आना-जाना भी व्यापार की कमर तोड़ रहा है।
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कोरोना संक्रमण का बार और होटल बिजनेस पर बेहद बुरा असर पड़ा है। लोग संक्रमण के चलते बार में आने से घबरा रहे हैं। उम्मीद है आगे व्यापार फिर से पटरी पर आएगा।
-तरनजीत होरा, अध्यक्ष, बार एसोसिएशन