पुलिस मामले में एटीपी काउंटर के ऑपरेटर विरेन्द्र सोनवानी (22)का बयान दर्ज कर घटना की जांच कर रही है। नाटकीय अंदाज में हुए इस लूट कांड को लेकर पुलिस अधिकारी ऑपरेटर से बार बार पूछताछ कर रहे हैं। पुलिस के अनुसार सोमवार शाम 7.30 बजे एटीपी मशीन ऑपरेटर को चार लोगों ने चाकू की नोक पर बंधक बना लिया। अचानक पहुंचे चार नकाबपोशों ने पहले तो लॉकर में रखे 13 लाख 33 हजार निकाले और फिर सोनवानी के चेहरे पर कुछ स्प्रे किया। सोनवानी का कहना है कि स्प्रे पड़ने से वो बेहोश हो गया।इसके बाद नकाबपोश सहायक अभियंता कार्यालय के पास चाकू छोड़ कर गांधी चौक की ओर भाग निकले। घटना के बाद सोनवानी ने अपने उच्चाधिकारियों को फोन कर घटना की सूचना दी।
रिहायशी इलाका, बैंक व कोचिंग संस्थान
दयालबंद शहर का सबसे व्यस्त व रिहायशी इलाका है। मुख्य मार्ग पर कुछ बड़े बैंक के आलावा कोचिंग संस्थान भी हैं। इसके बाद भी भीड़ भाड़ वाले इलाके में वारदात को अंजाम देकर आरोपी आसानी से भाग निकले।
सीसीटीवी कैमरा व गार्ड की सुविधा नहीं
सहायक अभियंता कार्यालय में जिस दौरान वारदात हुई। वहां कोई गार्ड की व्यवस्था नहीं थी। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि कार्यालय में सीसीटीवी कैमरा भी नहीं लगा है और न ही विभाग ने सुरक्षा के लिहाज से गार्ड की व्यवस्था की है, जहां लाखों का रोजाना लेन देन होता है। वहां सीसीटीवी कैमरा व गार्ड की व्यवस्था न होना विद्युत विभाग की बड़ी लापरवाही उजागर कर रहा है।
डॉग स्क्वायड की टीम गांधी चौक तक गई
इस बड़ी लूट की घटना के बाद पुलिस विभाग का ट्रैकर डॉग भी मौके पर पहुंचा। डॉग स्मेल पाकर गांधी चौक तक पहुंचा लेकिन कुछ गलियों में जाकर डॉग भटक गया। डॉग एक हॉस्टल तक भी पहुंचा और फिर वापस लौट गया।
सहायक अभियंता कार्यालय में एटीपी मशीन ऑपरेटर को बंधक बनाकर लूट की वारदात को अंजाम दिया गया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है। क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज बरामद कर जांच को आगे बढ़ाई जा रही है।
राहुल देव शर्मा, एडिशनल एसपी
रैकी की आशंका
पुलिस को आंशका है कि वारदात को जिस नाटकीय अंदाज में अंजाम दिया गया है। उससे यह एक दो दिन का काम नहीं हो सकता है। आरोपियों ने काफी दिनों तक रैकी करने के बाद वारदात को अंजाम दिया है।