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नई गाइडलाइन के अनुसार 11वीं-12वीं में पीसीबी यानी फिजिक्स, कैमेस्ट्री, बायोलॉजी के अलावा पीसीएम फिजिक्स, कैमेस्ट्री व मैथ्स लेने वाले छात्र नीट यूजी में शामिल हो सकेंगे। दोनों ही स्ट्रीम के छात्रों को अंग्रेजी विषय पढ़ना अनिवार्य होगा। यही नहीं 11वीं-12वीं में नियमित पढ़ने वाले छात्र ही नीट यूजी के लिए पात्र होंगे। विशेषज्ञों के अनुसार मैथ्स वाले छात्रों के नीट देने से उन्हें भी डॉक्टर बनने के मौके मिलेंगे। प्रदेश में पिछले साल 41 हजार से ज्यादा छात्रों ने नीट यूजी दी थी। इस साल छात्रों की संख्या बढ़ने की संभावना है।
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सर्टिफिकेट भी देगा एनएमसी गाइडलाइन के अनुसार एनएमसी अब ऐेसे छात्रों को इलिजिबिलिटी सर्टिफिकेट भी जारी करने पर विचार कर रहा है। इस सर्टिफिकेट से छात्र विदेश के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस पढ़ने के लिए पात्र हो जाएंगे। एनएमसी का नया नियम अगले सत्र से लागू होगा। काउंसिल ने यह निर्णय नेशनल एजुकेशन पॉलिसी यानी एनईपी 2020 के तहत किया है। इस साल जून में हुई बैठक में बदलाव का निर्णय लिया गया था और 23 नवंबर को गाइडलाइन जारी की गई है।
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प्रदेश में एमबीबीएस की सीटें कॉलेज सीटें – रायपुर 230 – दुर्ग 200 – बिलासपुर 180 – अंबिकापुर 125 – राजनांदगांव 125 – जगदलपुर 125 – रायगढ़ 100
– कोरबा 125 – महासमुंद 125 – कांकेर 125 – बालाजी रायपुर 150 – रिम्स रायपुर 150 – शंकराचार्य भिलाई 150