उद्योगों में दो शिफ्ट में काम, उत्पादन घटा
स्पंज आयरन, मिनी स्टील प्लांट, रोलिंग मिल, इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट में तीन शिफ्ट की जगह अब दो शिफ्ट में काम शुरू हो चुका है। फैक्ट्रियों में काम करने वाले अनियमित मजदूर और कर्मचारी घर लौट रहे हैं। राजधानी के उरला, सिलतरा, भनपुरी, बलौदाबाजार आदि इलाकों में फैक्ट्री प्रबंधन ने घाटे की भरपाई करने के लिए शिफ्ट घटाने के साथ उत्पादन भी कम कर दिया है।
लॉकडाउन की वजह से इलेक्ट्रॉनिक्स मार्केट को बुरे दौर का सामना करना पड़ा था। शादियों के सीजन में इस बार भी इलेक्ट्रॉनिक्स के कारोबार को बड़ा झटका लगा। बंद की वजह से सराफा में खरीदारी के साथ ही ऑटोमोबाइल्स सेक्टर में भी गाडिय़ों का उठाव नहीं हो पा रहा है।
व्यापारी संघों ने कहा-जिंदगी पहले जरूरी
चैंबर ऑफ कॉमर्स के साथ ही क्रेडाई छत्तीसगढ़, रायपुर सराफा एसोसिशएन, रायपुर ऑटोमोबाइल्स डीलर्स एसोसिएशन, छत्तीसगढ़ प्रदेश मोबाइल डीलर्स एसोसिएशन, डूमरतराई थोक सब्जी बाजार, डूमरतराई थोक किराना बाजार, श्री बंजारी रोड बाजार, एमजी रोड व्यापारी संघ, रविभवन व्यापारी संघ आदि संघों के पदाधिकारियों ने कहा कि अब हमें कोरोना से मिलकर लड़ना होगा। जिंदगी पहले जरूरी है। हमारी मांग है कि कोविड-19 के प्रकरणों में कमी आते ही बाजार शुरू करने पर विचार करना चाहिए। व्यापार और उद्योग घराने आगे भी शासन-प्रशासन के निर्णयों में सहयोग करेंगे।
लॉकडाउन इन जिलों में
रायपुर- 9 से 19 अप्रैल बेमेतरा-बालोद और राजनांदगांव -10 से 19 अप्रैल जशपुर-11 से 18 अप्रैल कोरिया-11 से 19 अप्रैल धमतरी-11 से 26 अप्रैल दुर्ग-6 से 14 अप्रैलरोज व्यापार प्रभावित
स्टील/स्पंज/मिनी स्टील/माइनिंग/सूक्ष्म एवं लघु उद्योग-500-600 करोड़
ट्रेडर्स/रिटेल/होलसेल-200-300 करोड़
रियल एस्टेट-150-200 करोड़
सराफा- 50-60 करोड़
ऑटोमोबाइल्स-30-40 करोड़
इलेक्ट्रॉनिक्स-100-120 करोड़
इलेक्ट्रिकल-50-60 करोड़
मोबाइल/गैजेट्स-30-40 करोड़
एफएमसीजी-60-70 करोड़
अन्य- 30-40 करोड़