इसके तत्काल बाद डॉयल 112 की टीम मौके पर पहुंची। उसमें तैनात पुलिस जवानों ने खुदकुशी करने से रोका। उनकी जान बचाई और जीने के लिए प्रेरित किया। वर्ष 2023 में जनवरी से नवंबर के बीच डॉयल 112 की टीम ने अलग-अलग जिलों में कुल 7 हजार 727 लोगों को समय पर पहुंचकर आत्महत्या करने से बचाया। इसी अवधि में 19 लाख से अधिक लोगों ने अलग-अलग इमरजेंसी के लिए डॉयल 112 से मदद मांगी है।
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34 हजार 456 गर्भवर्तियों को पहुंचाया अस्पताल
मेडिकल इमरजेंसी में भी डॉयल 112 की टीम एक कदम आगे रही। 34 हजार 456 गभर्वती माताओं को प्रसव के लिए अस्पताल पहुंचाया। इस दौरान 129 नवजातों का जन्म सुरक्षित रूप से डॉयल 112 की गाडि़यों में कराया गया है। इसमें नवजात और प्रसूता पूरी तरह से स्वस्थ रहे। मेडिकल इमरजेंसी से जुड़ी 2 लाख 90 हजार 42 सूचनाएं मिलीं। इनमें से अधिकांश स्थानों पर डॉयल 112 की गाडि़यों से ही पीडि़त को अस्पताल पहुंचाया गया है।
16 जिलों में चल रही यह सेवा
प्रदेश में इमरजेंसी नंबर डॉयल 112 की सेवा 11 जिलों में शुरू की गई थी। इन्हीं जिलों से अलग होकर कुछ नए जिले बने हैं, उनमें भी यह सेवा चल रही है। नए जिलों को मिलाकर कुल 16 जिलों में इसकी सेवा है। पिछले 11 माह में डॉयल 112 में कुल 19 लाख 90 हजार 159 लोगों ने इमरजेंसी मदद के लिए कॉल किया था। इसमें आगजनी, मेडिकल, महिला संबंधी अपराध, बच्चों संबंधित शिकायत, सड़क दुर्घटना, किसानों की शिकायत, महिलाओं को घर तक सुरक्षित पहुंचाने, आत्महत्या करने की सूचना, गर्भवती को अस्पताल पहुंचाने, कोरोना संबंधी, घर में सांप निकलने आदि जैसी शिकायतें शामिल हैं।
प्रदेश में इमरजेंसी नंबर डॉयल 112 की सेवा 11 जिलों में शुरू की गई थी। इन्हीं जिलों से अलग होकर कुछ नए जिले बने हैं, उनमें भी यह सेवा चल रही है। नए जिलों को मिलाकर कुल 16 जिलों में इसकी सेवा है। पिछले 11 माह में डॉयल 112 में कुल 19 लाख 90 हजार 159 लोगों ने इमरजेंसी मदद के लिए कॉल किया था। इसमें आगजनी, मेडिकल, महिला संबंधी अपराध, बच्चों संबंधित शिकायत, सड़क दुर्घटना, किसानों की शिकायत, महिलाओं को घर तक सुरक्षित पहुंचाने, आत्महत्या करने की सूचना, गर्भवती को अस्पताल पहुंचाने, कोरोना संबंधी, घर में सांप निकलने आदि जैसी शिकायतें शामिल हैं।
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डॉयल 112 के जरिए लोगों को फायर, एंबुलेंस और पुलिस की इमरजेंसी मदद पहुंचाई जा रही है। आपातकालीन अन्य शिकायतों और सूचनाओं पर भी काम किया जाता है। कई लोगों को खुदकुशी करने से बचाया गया है। इसमें टीम के पुलिस जवानों की भूमिका काफी सराहनीय रही है।
-अभिषेक सिंह, एसपी, डॉयल 112, रायपुर