Fire Fighting Robot: दृष्टिबाधित बच्चों की समस्या देख आया आइडिया
ब्राइटर्न स्कूल की छात्राएं सान्वी श्रीवास्तव और मेघा साहू ने एक ऐसा डिवाइस तैयार किया है जिसके जरिए दृष्टिहीन को दिशा मिल सकती है। इस टॉकिंग गाइड को दृष्टिबाधित स्कूल प्रेरणा में प्रयोग किया जा चुका है। छात्राओं ने बताया, हम एक विजिट में प्रेरणा स्कूल गए थे। वहां हमने दृष्टिबाधित बच्चों की दिनचर्या देखी। यह भी पढ़ें
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तभी ख्याल आया कि इनके लिए कुछ इनोवेशन करना चाहिए। टॉकिंग गाइड आपको एक निश्चित डिस्टेंस के अंतर्गत बताएगी कि कहां रुकना है और कहां मुडऩा है। इसमें आप अपने परिवार के किसी सदस्य की आवाज का उपयोग कर सकते हैं। इसे बनाने में छात्राओं ने 900 रुपए खर्च किए हैं। आगे इसे वायरलेस बनाने का प्लान है साथ ही जो लोग दृष्टिहीन के साथ बहरे हैं उनके लिए वाइबे्रशन को एड किया जाएगा।7 अवॉर्ड मिल चुके इस मॉडल को
छत्तीसगढ़ पब्लिक स्कूल दसवीं के तारेश बोवाड़े ने फायर फाइटिंग रोबोट बनाया। यह मैनुअल और ऑटोमेटिक दोनों तरीके से आग बुझा सकता है। इस रोबोट में कैमरा भी लगाया गया है जिससे आग वाली जगह का नजारा देखा जा सके। इस रोबोट में फायर प्रूफ प्रोडक्ट का यूज किया गया है। इसे मानव रहित भेजा जा सकेगा। तारेश ने बताया कि इसे बनाने में 2400 रुपए खर्च हुआ है। इसमें ऑर्डिनो, सेंसर, ट्रॉन्समीशन-रिसीवर, रिले मॉड्यूल, सर्वो मोटर, बैटरी, गेयर मोटर, बजर, वाटर पम्प यूज किए गए हैं। इनका यह मॉडल 7 इंटर स्कूल कॉम्पीटिशन जीत चुका है।