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15 दिन पहले काम शुरू कराया गया। तेलीबांधा तालाब रोड के टर्निंग प्वाइंट से लगभग 200 मीटर खोदा जा चुका है। जिसके कुछ हिस्से की दीवार ही खड़ी की जा चुकी है। बाकी काम पिछले 10 दिनों से बंद होने से रहवासी चिंतित है। उन्हें डर लगा रहता है कि छोटे-छोटे बच्चे कहीं गेट खोल कर नाले में न जा गिरे। वार्ड पार्षद कामरान अंसारी ने साथ दिया, परंतु कोई नहीं सुना। 50 से ज्यादा मकानों के लोग अपनी गाड़ियां कहीं न कहीं दूसरों के घरों के सामने खड़ी किए हैं। स्मार्ट सिटी और निगम प्रशासन जिम्मेदार नाला निर्माण रायपुर स्मार्ट सिटी और निगम प्रशासन करा रहे हैं। रविवार को बारिश के दौरान पत्रिका टीम आनंदनगर के मकानों में कैद लोगों के बीच पहुंची। इस दौरान परिवार के परिवार निगम के अधिकारियों को जमकर कोसा। (cg news) उनका कहना था नाले में तीन से चार फीट पानी भर चुका है। दोनों तरफ का किनारा तेजी से मकानों के तरफ धसकता जा रहा है। हमें चिंता है बच्चे स्कूल कैसे जाएंगे, क्योंकि स्कूल बसें एक किमी दूर खड़ी होंगी।
केवल 25 मीटर निर्माण कराना है स्मार्ट सटी कंपनी का तेलीबांधा तालाब नाले का 4 करोड़ 79 लाख का प्रोजेक्ट है। इंजीनियर अमित मिश्रा का कहना है कि स्मार्ट सिटी के हिस्से में 25 मीटर तक ही नाले का निर्माण कराना है, उसमें से 15 मीटर हो गया है। बाकी 10 दिन में पूरा हो जाएगा। (cg newsn in hindi) इस मामले में ज्ञानेश शर्मा अध्यक्ष लोककर्म विभाग निगम का कहना है कि सोमवार को आयुक्त से बात करूंगा। निर्माण काफी देर से शुरू होन से लोगों को परेशानी है। घरों के सामने तेजी से निर्माण कराने की जरूरत है।
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कई दिनों से घर में कैद 65 वर्षीय अमर संतवानी ने कहा कि खोदाई से घर में कैद होकर रह गए हैं। एक सप्ताह से काम बंद पड़ा है। छोटे बच्चों को कैसे स्कूल बस तक ले जाएंगे। आयुक्त होंगे जिम्मेदार अरविंद सिंह ने कहा कि सोसाइटी के लोग बरसात में खोदाई कराने का विरोध किया, परंतु उनकी एक न सुनीं। निगम कमिश्नर मयंक चतुर्वेदी 10 दिन पहले आए थे, वे गोलमोल जवाब देकर चले गए।
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अस्पताल नहीं जा पा रहे 80 वर्षीय मंदाकिनी तिवारी की तबीयत खराब रहती है। दरबाजे पर लगी घंटी बजाने पर वह धीरे-धीरे बाहर निकलीं। बोलीं तबीयत खराब है बेटा, अस्पताल नहीं जा पा रहे हैं। रिश्तेदार लौट गए 80 वर्षीय सुरेश तिवारी ने बताया कि 10 दिनों से घर में कैद हैं। नाला देखकर हाथ-पैर कांपता है। रिश्तेदार कल मिलने आए थे, वे वापस लौट गए। मैं आनंदनगर के लोगों के साथ हूं। निगम के अधिकारियों की लापरवाही के कारण ऐसी स्थिति निर्मित हुई है। वही जिम्मेदार हैं। बरसात के बाद नाला निर्माण कराने के लिए कहा था, उस पर ध्यान नहीं दिया।
– कुलदीप सिंह जुनेजा, विधायक उत्तर विस 50 से 60 दिनों में आनंदनगर के नाले का निर्माण पूरा करा दिया जाएगा। नाले में बारिश का पानी भरने पर पंप से खाली कराने की व्यवस्था कराई जाएगी।
– मयंक चतुर्वेदी आयुक्त, नगर निगम