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गौरतलब है कि प्रदेश का पहला कोरोना संक्रमित मरीज राजधानी के समता कॉलोनी में मिली थी। उसे AIIMS में भर्ती कराया गया था। युवती करीब 18 दिनों बाद डिस्चार्ज हुई थी। इसके बाद संक्रमित मरीजों के मिलने का सिलसिला शुरू हुआ, जो अभी तक जारी है। कोरोना संक्रमण में होम आइसोलेशन काफी कारगर साबित हुआ है। वर्तमान में 75 फीसदी मरीज घर में रहकर इलाज करा रहे हैं। ‘ए’ सिम्टोमेटिक मरीजों के लिए होम आइसोलेशन बेहतर है।
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अप्रैल-21 के 21 दिनों में 43409 डिस्चार्ज
अप्रैल के 21 दिनों में 43409 मरीज अस्पतालों, कोविड सेंटरों तथा होम आइसोलेशन से डिस्चार्ज हो चुके हैं। वहीं, पूरे कोरोना काल में सबसे ज्यादा नए केस और मौत इसी माह हुई है। राजधानी समेत प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर पहली लहर से ज्यादा खतरनाक है इसलिए अधिक सावधान रहने की जरूरत है।
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रायपुर सीएमएचओ डॉ. मीरा बघेल ने कहा, कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने में पूरा स्वास्थ्य अमला जुटा हुआ है। 5-6 हजार रोजाना सैंपल जांच हो रही है। मरीजों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए नए-नए कोविड सेंटर बनाए जा रहे हैं। कोरोना गाइडलाइन का पालन कर लोगों को भी चाहिए कि शासन-प्रशासन का सहयोग करें।कोरोना से बचने यह सावधानियां जरूरी
1. मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना। 2. किसी से भी बात करते समय 2 गज की दूरी का ध्यान रखना। 3. बाहर से आने के बाद तुरंत बाथरूम में चले जाना।सबसे ज्यादा डिस्चार्ज वाले 5 जिले
रायपुर- 101707, दुर्ग- 58889, राजनांदगांव- 31588, बिलासपुर-29836, रायगढ-26680
रायपुर में ऐसे हुए डिस्चार्ज
8 सितंबर-10584
25 सितंबर- 20281
17 अक्टूबर-30071
8 दिसंबर-40031
4 जनवरी-50009
21 अप्रैल- 101707