रायगढ़

नाबालिग की शादी के लिए सजाया था मंडप, चाइल्ड लाइन की टीम रुकवाया विवाह

मध्य प्रदेश के एक व्यक्ति अपनी 16 साल की बेटी की शादी रायगढ़ के २३ वर्षीय के युवक से कराने की पूरी तैयारी क ली थी। शादी के लिए फेरे पड़ते इससे पहले ही चाइल्ड लाइन की टीम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गई और शादी रूकवाई।

रायगढ़Feb 18, 2022 / 09:46 pm

CHITRANJAN PRASAD

नाबालिग की शादी के लिए सजाया था मंडप, चाइल्ड लाइन की टीम रुकवाया विवाह

रायगढ़. मध्य प्रदेश के एक व्यक्ति अपनी 16 साल की बेटी की शादी रायगढ़ के २३ वर्षीय के युवक से कराने की पूरी तैयारी क ली थी। शादी के लिए फेरे पड़ते इससे पहले ही चाइल्ड लाइन की टीम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गई और शादी रूकवाई। हालांकि वर व वधु पक्ष चाइल्ड लाइन की दखलअंदाजी को लेकर बखेड़ा खड़ कर रहे थे, लेकिन टीम ने उनकी एक नहीं सुनी। वहीं नाबालिक लडक़ी के स्कूल से दाखिल खारिज मंगाकर जांच की तो इस बात का खुलासा हुआ कि वह नाबालिग हैं। सीडब्ल्यूसी ने लडक़ी और उसके माता-पिता को कार्यालय में लाकर पूछताछ कर रही है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की दोपहर में चाइल्ड लाइन के नंबर पर एक अज्ञात व्यक्ति ने सूचना दिया कि रायगढ़ के रामलीला मैदान स्थित दादू दयाल धर्मशाला में एक नाबालिग का विवाह होने वाला है। सूचना मिलते ही महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने हरकत में आते हुए तत्काल एक टीम बनाकर रवाना हुए। वहां पहुंचने के बाद परिजनों का कहना था कि लडक़ी १९ साल की है, लेकिन कोई दस्तावेज नहीं देने की स्थिति में विभाग ने अपने इसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी। इससे पुलिस बल मौके पर पहुंची और पूछताछ शुरू हुई। नाबालिग के पिता ने बताया कि वह मध्य प्रदेश के सीधी जिला का निवासी है और रायगढ़ के राजीव नगर निवासी लडक़े से शादी होने वाली है।
ऐसे में विभागीय अधिकारियों ने जब नाबालिग के बर्थ सर्टिफिकेट की मांग किया तो लडक़ी वालों का कहना था कि उसके पास कोई दस्तावेज नहीं है। एक आधार कार्ड ही है, जिससे आधार कार्ड के हिसाब से बालिका का उम्र १९ साल ४ माह हो रहा था। ऐसे में खबर पुष्ट होने के कारण विभागीय अधिकारियों ने उसके गृहग्राम के स्कूल से दाखिला खारिज मंगाया, जिसमे पुष्टि हुई कि बालिका १६ साल १० माह की है, जिससे शादी को तत्काल रोकवाते हुए बालिका और उसके माता-पिता को चाइल्ड लाया गया है, जहां विभाग द्वारा काउंसिलिंग की जा रही है।
परिजन छुपाते रहे उम्र
शुक्रवार की दोपहर जब चाइल्ड लाइन की टीम पहुंच कर बालिका का उम्र की जानकारी मांगी तो परिजनों द्वारा आधार कार्ड दिया गया, जिसे विभाग द्वारा खारिज करते हुए जन्म प्रमाण पत्र की मांग की गई, जिससे बालिका के पिता ने कहा कि वह गांव में रहता है, जिससे उसका जन्म प्रमाण पत्र नहीं है और न ही बालिका किसी स्कूल में पढ़ी है। ऐसे में विभागीय अधिकारियों ने फोन कर मध्यप्रदेश के जिस गांव में ये रहते हैं वहां के स्कूल से दाखिल खारीज मंगाया गया, जिसकी जांच की गई तो पता चला कि उक्त बालिका १६ साल १० माह की है, जिससे तत्काल शादी को रोकवाते हुए बालिका और उसकी मां को चाइल्ड लाइन लाया गया है।
पुलिस को करना पड़ा हस्तक्षेप
शादी रोकवाने के लिए जब टीम पहुंची तो वहां कोई इनका सपोट करने वाला नहीं था। ऐसे में इसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी गई। इससे करीब आधा दर्जन पुलिस बल मौके पर पहुंची और मामले में पूछताछ शुरू हुई। साथ ही शादी शुक्रवार ही होने के कारण परिजन चाहते थे कि किसी भी तरह शादी हो जाए, लेकिन विभाग ने इनके मनसुबो पर पानी फेर दिया।
शादी रोकवाने पहुंचे थे अधिकारी
शुक्रवार की दोपहर जब बाल विवाह की जानकारी मिली तो जिला बाल संरक्षण अधिकारी दीपक डनसेना, परियोजना अधिकारी शहरी महिला बाल विकास अधिकारी मितेंद्र रंजन बेहरा, पर्वेक्षक चेतना पटेल, परिवेच्क्षा अधिकारी जितेंद्र खत्री तथा चाइल्ड लाईन की टीम के साथ कोतवाली पुलिस मौके पर मौजूद रही।
वर्जन
रामलीला मैदान स्थित दादू दयाल धर्मशाला में बाल विवाह की सूचना मिलने पर शादी को रोकवाया गया है, बालिका को फिलहाल चाइल्ड लाइन लाकर पूछताछ की जा रही है।
दीपक डनसेना, बाल संरक्षण अधिकारी, रायगढ़

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