रायगढ़

मंगल भवन पर लगा अमंगल का ग्रहण, लोकार्पण होने के बावजूद लोग नहीं कर पा रहे इसका उपयोग

CG News: शहर के केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड क्षेत्र को पुरानी बस्ती कहा जाता है। इस क्षेत्र के लोग करीब 15 वर्षों से एक सुसज्जित मंगल भवन बनाए जाने की मांग कर रहे थे।

रायगढ़Nov 21, 2023 / 03:30 pm

चंदू निर्मलकर

मंगल भवन पर लगा अमंगल का ग्रहण, लोकार्पण होने के बावजूद लोग नहीं कर पा रहे इसका उपयोग

रायगढ़। CG News: शहर के केवड़ाबाड़ी बस स्टैंड क्षेत्र को पुरानी बस्ती कहा जाता है। इस क्षेत्र के लोग करीब 15 वर्षों से एक सुसज्जित मंगल भवन बनाए जाने की मांग कर रहे थे। इसके लि बस स्टैंड के अंदर पुराना कांजी हाउस की जगह भी निर्धारित की गई थी। काफी मशक्कत के बाद एक साल पहले इसका निर्माण पूरा हुआ, लेकिन लोकार्पण नहीं होने की बात कहते हुए निगम ने इसका संचालन शुरू नहीं किया।
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इससे निर्माण होने के बाद भी क्षेत्र के लोग इसका उपयोग नहीं कर पा रहे थे। इससे क्षेत्र के लोगों में निगम अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के प्रति नाराजगी भी झलक रही थी। हालांकि स्थानीय जनप्रतिनिधियों की पहल पर कुछ माह पहले विधायक प्रकाश नायक ने तामझाम के साथ इसका लोकापर्ण किया, लोकार्पण होने के बाद लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
इसके पीछे कारण यह है कि नगर निगम के अधिकारी इस मंगल भवन का संचालन ठेका पद्धति से कराना चाहता है, ताकि एक निश्चित आय निगम को हर साल मिल सके। इसके लिए निगम ने टेंडर भी किया। टेंडर प्रक्रिया में एक ठेकेदार ने इसे संचालित करने के लिए टेंडर भी लिया, लेकिन बाद में ठेकेदार ने इसका संचालन करने से हाथ खड़े कर दिया। इससे टेंडर प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। टेंडर प्रक्रिया पूरी नहीं होने पर इसका संचालन नहीं हो रहा। यही वजह है कि इसका लाभ क्षेत्रवासियों को भी नहीं मिल रहा है।
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पहले करना होगा टेंडर निरस्त

इसके संचालन के लिए लंबी प्रक्रिया अपनानी होगी। बताया जा रहा है कि मंगल भवन संचालन के लिए जो टेंडर पहले हुआ है, उसे निरस्त करना पड़ेगा। यह टेंडर एमआईसी में निरस्त होगा, लेकिन आचार संहिता लगने की वजह से एमआईसी की बैठक भी नहीं हो पाएगी। वहीं जब एमआईसी में टेंडर प्रक्रिया निरस्त होगी, इसके बाद नया टेंडर किया जाएगा। इस नए टेंडर में ठेकेदार कितना आगे आते हैं यह भी अनिश्चित है।
मरम्मत की आवश्यकता होने लगी महसूस

मंगल भवन का निर्माण और लोकार्पण होने के बाद इसका उपयोग नहीं हो पाया है। ऐसे में अब मंगल भवन में लगे पेंट का रंग जहां उधड़ चुका है। वहीं सामने का छज्जा भी एक जगह से टूट चुका है। इसके अलावा मंगल भवन के अंदर भी कुछ जगह दरार नजर आ रही है। ऐसे में यहां अभी भी मरम्मत की आवश्यकता महसूस होने लगी है।
यह है लोगों की मांग

स्थानीय लोगों की माने तो क्षेत्रवासी यह मांग कर रहे हैं कि इसका संचालन नगर निगम के द्वारा ही किया जाए, जो अन्य सामुदायिक व मंगल भवन के संचालन में एक निश्चित राशि है उसी के अनुरूप इस मंगल भवन का दर भी तय किया जाए। यदि निगम द्वारा किसी ठेकेदार के माध्यम से इसका संचालन कराया जाता है तो ठेकेदार सालाना एक निश्चित राशि देने के बाद स्वयं के आय को लेकर इसका किराया तय करेगा। इससे मंगल भवन का दर अधिक होगा। ऐसे में कई स्थानीय इस मंगल भवन का लाभ नहीं ले पाएंगे।
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क्षेत्रवासियों के द्वारा मंगल भवन बनाए जाने की मांग लंबे समय से की जा रही थी। यह बन कर तैयार हो चुका है। अब लोगों को इसका लाभ मिले इस बात को लेकर नगर निगम को इसकी प्रक्रिया भी जल्द पूरी करना चाहिए।
लक्ष्मी साहू, पार्षद
इस मंगल भवन के निर्माण से आसपास के 5 वार्डों को लाभ मिलेगा। वार्ड के कई परिवार कम बजट में सामाजिक कार्यक्रम इस मंगल भवन में करते हुए इसका लाभ उठाएंगे, इसकी प्रक्रिया जल्द पूरी करना चाहिए।
लक्ष्मीन मिरी, एमआईसी सदस्य

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