आजादी के 72 साल बाद भी इस गांव में नहीं है सड़क और बिजली, तबीयत खराब हो जाए तो समझो मौत पक्की
इस दौरान नाले का पानी उफान पर था। तभी भेष कुमार जाल की रस्सी को अपने एक हाथ में बाध दिया और जाल को कमर में लपेट कर तैरते हुए नाला को पार करना चाह रहा था। इस समय कमर में बंधी जाल खुल गई और भेष कुमार के हाथ में जाल की रस्सी बंधे होने से जाल उसे पानी के बहाव में खींचते हुए ले गई।दोनों बहनों से 30 हजार लेकर बोला- चलो दिलवाता हूं सरकारी नौकरी, फिर दो महीने तक किया दुष्कर्म
ऐसे में किसी तरह भेष कुमार जाल की रस्सी को हाथ से निकाल कर जाल को फेंका तो उक्त रस्सी उसके दाहिने पैर में जाकर लिपटते हुए बंध गई और भेष कुमार को जाल खींचते हुए पानी के अंदर ले गई। जहां जाल एक बड़े से पत्थर में फंस गई। वहीं भेष कुमार पानी के तेज बहाव के कारण पैर में फंसे जाल की रस्सी को निकाल नहीं पाया और उक्त पत्थर पर ही लटक गया। जिससे कुछ देर बाद दम घुटने से उसकी मौत हो गई। जब काफी देर तक वह पानी के ऊपर नहीं आया तो उसका भांजा और भाई ने पीड़ित परिजनों को घटना की जानकारी दी।विस उपचुनाव: चित्रकोट में नए चेहरे और दंतेवाड़ा में ओजस्वी मंडावी पर दांव खेलने की BJP कर रही तैयारी
रायगढ़ से पहुंची गोताखोरों की टीम
घटना के दूसरे दिन पुलिस मौके पर पहुंची और रायगढ़ से गोताखोर की टीम को बुलाया गया। गोताखोर की टीम सुबह करीब 11 बजे मौके पर पहुंची और भेष कुमार की खोजबीन शुरू हुई। इस दौरान करीब पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भेष कुमार के शव को गोताखोर की टीम ने पानी के अंदर पत्थर पर टंगा पाया। वहीं उसके पैर में जाल की रस्सी भी बंधी मिली। पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर शव का पीएम करा कर उसके परिजनों को सौंप दिया है।
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