पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम लिप्ती निवासी कबीरो यादव के दो बेटे निरंजन यादव व प्रेमसागर यादव हैं। दोनों की शादी हो चुकी है। शादी के बाद एक भूमि पर सब अलग-अलग घर बनाकर रहते हैं। कबीरो के दोनों बेटे सामने रहते हैं तो कबीरो व उसकी पत्नी चंदा यादव पीछे रहते थे। निरंजन यादव ने अपने बयान में पुलिस को बताया कि उसके माता-पिता आए दिन किसी न किसी बात को लेकर विवाद और झगड़ा करते रहते थे।
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कभी-कभी मारपीट की भी नौबत आ जाती थी, वे किस वजह से झगड़ा करते थे, उसकी जानकारी दोनों भाईयों को भी नहीं थी। पुलिस ने बताया कि 24 जून की रात्रि निरंजन व प्रेमसागर खाना खाकर अपने परिवार के साथ सो रहे थे। वहीं करीब रात्रि 11 बजे कबीरो व उसकी पत्नी चंदा बाई झगड़ा कर रहे थे। अचानक धूम-धड़ाम की आवाज आई तो प्रेमसागर की नींद खुली।
इसके बाद वह अपने माता-पिता के कमरे की तरफ जाकर देखा तो उसका पिता लहू से सना टांगी लेकर खड़ा था। वहीं उसने प्रेमसागर से कहा कि यहां से भाग जाओ। अपने पिता के सिर पर खून सवार देख प्रेमसागर डर गया और वहां से भागकर अपने भाई को जगाया।
कुछ देर बाद प्रेमसागर फिर से अपने माता-पिता के कमरे की तरफ जाकर देखा तो वहां उसका पिता नहीं था। वहीं मौके पर उसकी मां की खून से सनी लाश पड़ी थी। जिसके सिर पर कबीरो ने टांगी से कई वार किए थे। इसके बाद प्रेमसागर व निरंजन ने घटना की जानकारी ग्रामीणों को दी। फिर पुलिस को सूचित किया गया। इस मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 302 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। मामले की विवेचना की जा रही है।
आरोपी है फरार
इस संबंध में कापू टीआई ज्वाकिम लकड़ा का कहना है कि घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया है। उसके रिश्तेदारों व आसपास के क्षेत्रों में उसकी तलाश की जा रही है। वहीं दोनों पति-पत्नी आए दिन किस बात को लेकर विवाद करते थे, इसकी जानकारी उनके बेटों के पास भी नहीं है। वे बताते हैं कि अक्सर उनके बीच झगड़ा होता रहता था। फिलहाल मामले की विवेचना की जा रही है।