पर्यावरण विभाग ने अब तक 16 उद्योगों पर जुर्माने की कार्रवाई कर चुकी है और अलग-अलग मामले में ट्रांसपोर्टरों पर भी जुर्माने की कार्रवाई की गई है। इसके बाद भी जिले का ऐसा कोई मार्ग नहीं है जहां फ्लाईएश का अवैध डंपिंग देखने को न मिले। इसकी वजह से उक्त मार्गों पर आवागमन करने वाले लोगों को परेशान होना पड़ रहा है।
इन जगहों पर अवैध डंपिंग संबलपुरी मार्ग में गौठान के पूर्व कुछ दिन पूर्व ही मुख्य मार्ग से 10 कदम की दूरी पर फ्लाईएश डंप किया जा रहा था, जबकि इस मार्ग में किसी भी स्थान पर फ्लाईएश के लिए कोई अनुमति पर्यावरण विभाग से नहीं ली गई है। वहीं तिलगा मार्ग में भी बादपाली के समीप जंगल के अंदर फ्लाईएश का अवैध डंपिंग किया जा रहा है।
उद्योग नहीं फिर भी झेल रहे दंश सारंगढ़ क्षेत्र में एक भी उद्योग अब तक नहीं है। इसके बाद भी इस क्षेत्र के लोग फ्लाई एश की समस्या झेल रहे हैं। सारंगढ़ मार्ग में भी कई जगहों पर फ्लाई एश अवैध रूप से डंप किया गया है। वहीं ट्रांसपोर्टर फ्लाई एश परिवहन के दौरान सड़कों में गिराते हुए जाते हैं। इसके कारण दोपहिया चालकों को समस्या होती है।
पूर्व में 11 उद्योगों पर जुर्माने की कार्रवाई की गई है तो वहीं हाल ही में 5 और पर फ्लाईएश को लेकर कार्रवाई की गई है। शिकायत के आधार पर नियमानुसार जुर्माने की कार्रवाई करने के साथ ही साथ हिदायत भी दी जा रही है। – अंकुर साहू, जिला पर्यावरण अधिकारी