इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार झारखंड प्रांत के जमशेदपुर स्थित काली स्थान रोड जुगसलाई निवासी अविनाश प्रसाद पिता गोपाल प्रसाद (32 वर्ष) टाटा स्टील प्लांट में इलेक्ट्रिशियन के पद पर पदस्थ था। वह अपने दोस्त जयंत, सूरज और विशाल के साथ उज्जैन घुमने का प्लान बनाया। तीनों दोस्त विगत 16 दिसंबर को रात करीब 12 बजे ट्रेन नंबर 22830 शालीमार-भुज सुपर फास्ट एक्सप्रेस से उज्जैन जाने के लिए निकले थे। तीनों युवकों की टिकट अलग-अलग बोगी में थाी।
सभी अपने-अपने सीट में बैठकर सफर कर रहे थे। इस बीच जब ट्रेन झारसुगुड़ा से निकली तो अविनाश ने अपने दोस्तों को फोन पर बताया कि उसका टीटीई से विवाद हो गया था, लेकिन फिर मामला शांत हो गया है। ऐसे में सभी अपने-अपने सीट में सो गए। जब सुबह 4-5 बजे के बीच ट्रेन रायगढ़ स्टेशन पहंची तो उसके दोस्तों ने उसके बोगी में पहुंचे और उसके सीट के पास गए तो सीट पर उसका मोबाइल पड़ा था और अविनाश गायब था। उसकी तलाश करने लगे, लेकिन इस बीच ट्रेन यहां से छुट गई।
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ऐसे में उसके दोस्त जयंत और सूरज ने उसे ढूूंढते हुए बिलासपुर तक गए, लेकिन कुछ पता नहीं चला। इसके बाद वे दोनों बिलासपुर में उतर गए और रायगढ़ वापस आए और जीआरपी में अविनाश के गुम होने का शिकायत दर्ज कराई। शुक्रवार को चक्रधर नगर पुलिस को सूचना मिली कि जामगां ब्रिज के पास किसी अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा है। मामले की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा दर्ज करते हुए शव को जिला अस्पताल के मरच्यूरी में रखवाते हुए इसकी सूचना अविनाश के दोस्तों को दी। उसकी शिनाख्ती अविनाश के रूप में हुई। वहीं शनिवार को परिजनों के आने के बाद पुलिस ने मर्ग कायम कर पीएम उपरांत शव परिजनों को सौँप दिया है।
परिजन लगा रहे आरोप इस संबंध में मृतक के परिजनों का कहना था कि यह सभी एस-टू कोच में सफर कर रहे थे। साथ ही सफर के दौरान टीटीई से बहस हुआ था। ऐसे में हो सकता है उसे ट्रेन से गिरा दिया होगा। साथ ही परिजनों का आरोप है कि एसी-टू में गेट हमेशा बंद रहता है। इससे गेट में बैठने की तो कोई बात ही नहीं है। ऐसे में यह सवाल उठाया कि वह स्वयं कैसे गिर सकता है। साथ ही वह चलती ट्रेन से गिरा है। ऐसे में हत्या का मामला प्रतीत हो रहा है। जिससे अब पुलिस जांच के बाद ही मामले का खुलासा हो सकेगा।