बता दे की कलेक्टर जनदर्शन में आए मासूम बच्चों ने कलेक्टर कार्तिकेया गोयल को मिलकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया। साथ ही लिखित में आवेदन भी दिया। आवेदन देकर बताया गया कि भालुमुड़ा में प्राथमिक व मीडिल स्कूल दोनों ही संचालित है, लेकिन दोनों ही स्कूल 1-1 शिक्षकों के भरोसे चल रहा है।
CG Education: बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़
बच्चों ने यह भी बताया कि यहां प्रायमरी में जहां 50 बच्चे अध्यनरत हैं तो वहीं मीडिल में 70 बच्चे अध्यनरत हैं। पिछले वर्ष भी एक-एक शिक्षक के भरोसे अध्यापन कराया गया और इस बार भी यहां पर एक-एक शिक्षक के भरोसे नए शिक्षण सत्र की शुरूआत की गई है। इसके कारण अध्यापन कार्य प्रभावित होने की बात कही गई है। वहीं कलेक्टर से स्कूल में शिक्षक व्यवस्था कराने की मांग की गई है ताकि अध्यापन कार्य सुचारू रूप से चल सके। 13 बच्चों के पीछे यहां 3-3 शिक्षक-
नवीन प्राथमिक शाला भुजबंधानपारा पटेलपाली व प्राथमिक शाला बनखेता खसरिया 13 बच्चे अध्यनरत हैं, लेकिन जिला मुख्यालय व विकासखंड मुख्यालय से लगे होने के कारण यहां 3-3 शिक्षक हैं। ऐसे ही और कई स्कूल हैं जहां तय मापदंडों के हिसाब से शिक्षकों की संख्या अधिक है। और ऐसे कई स्कूल हैं जो कि एकल शिक्षक व शिक्षक विहीन हैं।
कलेक्टर से की गयी मांग
घरघोड़ा के सुदुर ग्राम भालुमार में प्राथमिक व मीडिल स्कूल में अध्यनरत मासूम बच्चे अपने पालकों के साथ मंगलवार को कलेक्टर जनदर्शन में पहुंचे। कलेक्टर जनदर्शन में किसी मुलभूत सुविधा व विकास कार्य की समस्या लेकर नहीं बल्कि जिस स्कूल में मासूम पढ़ते हैं वहां शिक्षक की पूर्ति करने की मांग को कलेक्टर से की गई है।
दो साल से अनुपस्थित हैं शिक्षक
शासकीय माध्यमिक शाला में शिक्षक के रूप में पदस्थ एलबी वर्ग में सुमन अग्निहोत्री वर्ष 2021 से गायब है। शिकायत में बताया गया है कि उक्त महिला शिक्षक दो वर्ष से लगातार अनुपस्थित रह रही है, लेकिन अब तक विभाग द्वारा संबंधित शिक्षक पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है।