CG Fraud News: 30 लाख की ठगी…
पुलिस के अनुसार, 2016 में गेवरा परियोजना में कार्यरत कौशल प्रसाद ने अपने सहकर्मी के रिश्तेदार निर्मला निषाद से बच्चों की नौकरी के लिए चर्चा की। निर्मला ने रायगढ़ निवासी सतीश साहू का परिचय दिया। कौशल प्रसाद रायगढ़ पहुंचा और सतीश से बातचीत की।
इस बीच सतीश से नौकरी का झांसा देकर कौशल प्रसाद से पहले 1 लाख 17 हजार नकद लिए। इसके बाद 2018 में सतीश ने तमनार के गोढ़ी निवासी यशवंत पटनायक से भेंट कराई। उसने भी जिंदल कंपनी में नौकरी और कम कीमत में जमीन दिलाने के नाम पर 29 लाख 44 हजार 800 रुपए की ठगी की। इस तरह दोनों
आरोपियों ने 30 लाख 61 हजार 800 रुपए की धोखाधड़ी की। इसके बाद यशवंत ने वर्ष 2022 में फिर ठगी का जाल बिछाया।
नौकरी लगाने…
उसने जिंदल कंपनी के सोलर प्लांट के लिए गोढ़ी गांव में जमीन चिन्हित होने और बाजार मूल्य से कम कीमत पर जमीन दिलाने का झांसा दिया। कौशल प्रसाद और उनके मित्र ने जमीन देखने गए, लेकिन गांव में जमीन या कागजात के बारे में कोई प्रमाण नहीं मिला। इस बीच पहले दिए गए रुपए की मांग की तो 10 लाख रुपए का चेक वाट्सऐप के माध्यम से भेजा। इस चेक की बैंक में जांच कराई तो पता चला कि बैंक खाते का एकाउंट दो साल पहले ही बंद हो चुका है। ऐसे में इसकी रिपोर्ट कोतवाली पुलिस से की। शिकायत पर पुलिस ने मुख्य आरोपी यशवंत पटनायक को
गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आरोपी सतीश साहू और निर्मला निषाद की तलाश जारी है।