ज्यादा नहीं होगी मदद
राजनीति के जानकार बताते हैं कि जिले में केवल एक विधानसभा सारंगढ़ है जहां बसपा थोड़ी बहुत शोर मचाती दिखती है। लेकिन यहां पिछले विधानसभा चुनावों से वोट का प्रतिशत जबरदस्त तरीके से गिरा है। दूसरी ओर यहां के लोगों का मानना है कि सारंगढ़ में जोगी कांग्रेस का बैकअप हाथी को बहुत ज्यादा आगे नहीं ले जा सकता है क्योंकि जोगी कांग्रेस भी यहां पूरी तरह से मजबूत नहीं है। इन हालात में जिले के पांचों विधानसभा में बसपा के लिए चुनौती काफी अधिक है।
2013 तो और भी नुकसान वाला
साल २०१३ का विधानसभा चुनाव पार्टी के लिए और भी नुकसान वाला रहा। यहां उम्मीद वाली सारंगढ़ सीट पर वोट प्रतिशत फिर गिरा और यह १२.२१ प्रतिशत यानि २२४७० पर टिक गया, जबकि लैलूंगा से २.०३ प्रतिशत यानि ३१०७ वोट, रायगढ़ से १.८७ प्रतिशत यानि ३२७० वोट, खरसिया से १.५२ प्रतिशत यानि २४३३ वोट वहीं धरमजयगढ़ से ३.१ प्रतिशत यानि ४७६० वोट ही बसपा के हाथी को मिला।