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महिला के ऐसा करने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। परिजन का कहना है कि उनकी भगवान शिव के प्रति श्रद्धा है। पूरा मामला छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले का है। पुसौर तहसील के लोहरसिंह गांव निवासी डोल नारायण नायक भाजपा के कोड़ातराई मंडल अध्यक्ष हैं। उनकी मां पदि्मनी नायक (60) पत्नी सुंदरलाल नायक सावन के पहले सोमवार पर तड़के करीब 3 बजे गांव में ही स्थित शिव मंदिर में पहुंची। थोड़ी देर पूजा-अर्चना करने के बाद उन्होंने अपनी जीभ काटकर शिवलिंग पर अर्पित कर दी। परिजन जब मंदिर में पहुंचे तो इस बात का पता चला। इसके बाद खबर सब जगह फैल गई।
महिला के ऐसा करने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। परिजन का कहना है कि उनकी भगवान शिव के प्रति श्रद्धा है। पूरा मामला छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले का है। पुसौर तहसील के लोहरसिंह गांव निवासी डोल नारायण नायक भाजपा के कोड़ातराई मंडल अध्यक्ष हैं। उनकी मां पदि्मनी नायक (60) पत्नी सुंदरलाल नायक सावन के पहले सोमवार पर तड़के करीब 3 बजे गांव में ही स्थित शिव मंदिर में पहुंची। थोड़ी देर पूजा-अर्चना करने के बाद उन्होंने अपनी जीभ काटकर शिवलिंग पर अर्पित कर दी। परिजन जब मंदिर में पहुंचे तो इस बात का पता चला। इसके बाद खबर सब जगह फैल गई।
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बचपन में भी कर चुकीं है ऐसा
महिला पदि्मनी के बेटे डोल नारायण नायक ने बताया कि उनकी मां ने ऐसा क्यों किया इसकी कोई जानकारी नहीं है। मन्नत को लेकर भी कुछ पता नहीं है। उन्होंने दावा किया है कि उनकी मां 15 साल की उम्र में भी ऐसा कर चुकी हैं। वह बचपन से शिव भक्त रही हैं। जांजगीर चांपा में उनकी ननिहाल है। वहां के स्थानीय शिव मंदिर में उन्होंने जीभ काटकर अर्पित कर दी थी। फिर मंदिर में ही बैठी रहीं। सात दिन बाद घर लौटी। इसके बाद जीभ फिर से निकल आई थी।
बचपन में भी कर चुकीं है ऐसा
महिला पदि्मनी के बेटे डोल नारायण नायक ने बताया कि उनकी मां ने ऐसा क्यों किया इसकी कोई जानकारी नहीं है। मन्नत को लेकर भी कुछ पता नहीं है। उन्होंने दावा किया है कि उनकी मां 15 साल की उम्र में भी ऐसा कर चुकी हैं। वह बचपन से शिव भक्त रही हैं। जांजगीर चांपा में उनकी ननिहाल है। वहां के स्थानीय शिव मंदिर में उन्होंने जीभ काटकर अर्पित कर दी थी। फिर मंदिर में ही बैठी रहीं। सात दिन बाद घर लौटी। इसके बाद जीभ फिर से निकल आई थी।
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