तीमारदारों में मची भगदड़ रायबरेली जिला अस्पताल में हड्डी वार्ड व बर्न वार्ड के आस-पास दम घुटने वाली गैस का रिसाव हुआ तो पहले मरीज और तीमारदार कुछ समझ ही नहीं पाए, लेकिन जब आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत होने लगी तो हर कोई परेशान हो गया। सूचना पर डा. अल्ताफ हुसैन मौके पर पहुंच गए। हालात को बिगड़ता देख वार्डों में भर्ती मरीजों को बाहर निकला गया। जहरीली गैस रिसाव की खबर जैसे ही वार्डों में मरीजों और तीमारदारों को लगी तो जो जहां जैसे था वैसे ही भागने लगे।
यह भी पढ़े – Indian Railways : रेलवे की नई सुविधा, रात में सफर करने वालों की अब मौजां ही मौजां डीएम रायबरेली मौके पर पहुंचीं मौके पर जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी, सिटी मजिस्ट्रेट पल्लवी मिश्रा, सीओ सिटी वंदना सिंह, मुख्य अग्निशमन अधिकारी सुरेंद्र कुमार चौबे, सीएमओ डा. वीरेंद्र सिंह, एसीएमओ डा. अंशुमान सिंह भी मौके पर पहुंच गए। काफी देर तक गैस रिसाव की जगह तलाशते रहे, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। फिलहाल पूरी टीम गैस की प्रकृति व नाम के साथ साथ स्रोत की भी पड़ताल कर रही है।
यह भी पढ़े – पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर बीएमडब्ल्यू कार और कंटेनर में भिड़ंत, बीएमडब्ल्यू कार के परखच्चे उड़े, चार की मौके पर मौत कर्मचारियों की सतर्कता से हादसा टला स्वास्थ्य कर्मियों की सतर्कता से बड़ा हादसा टल गया। बर्न वार्ड और हड्डी वार्ड के साथ ही ऊपर बच्चों का वार्ड भी है। ऐसे में करीब 40 से 50 मरीज भर्ती होने का अनुमान लगाया जा रहा है। अचानक गैस रिसाव से साफ पता चला रहा है कि, यदि रोगियों को निकालने में थोड़ी भी देर हो जाती तो बड़ी घटना घटित हो सकती थी।
फार्मेलिन गैस की आशंका – सीएमओ डा. वीरेंद्र सिंह सीएमओ डा. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि, कौन सी गैस और रिसाव कैसे हुआ है अभी इसका पता लगाया जा रहा है। नाक, गले और आंखों में जलन के लक्षण से यह फार्मेलिन गैस की आशंका है। इसका प्रयोग आपरेशन थियेटर में कीटाणु मारने के लिए प्रयोग किया जाता है। जांच के बाद ही सही पता चल सकेगा।
कौन सी है गैस जांच जारी – डीएम रायबरेली जिलाधिकारी रायबरेली माला श्रीवास्तव ने कहाकि, सबसे पहले मरीजों को शिफ्ट करा दिया गया है। उनसे बात भी किया गया। सभी सुरक्षित है। गैस रिसाव वाले क्षेत्र को चिन्हित करके डिफ्यूज कराया जा रहा है। प्रभावित मरीजों की संख्या करीब 25 है। गैस कौन सी है इसका पता लगाया जा रहा है।