गौरतलब है कि रायबरेली को गाँधी-नेहरू परेिवार का गढ़ कहा जाता है। ऐसे में इस सीट पर अन्य पार्टियों की जीत कांग्रेस के आगे थोड़ी मुश्किल नजर आ रही है। अब तक के चुनावी नतीजे भी इसी बात का संकेत दे रहे हैं। यूपीए चेयरपर्सन सोनिया 15 साल से यहां से सांसद हैं। 2014 में मोदी लहर के बावजूद रायबरेली में कमल नहीं खिल पाया था। बता दें कि रायबरेली सीट पर 16 बार लोकसभा चुनाव और दो बार लोकसभा उपचुनाव हुए हैं। इसमें से 15 बार कांग्रेस को, एक बार भारतीय लोकदल और दो बार बीजेपी को जीत हासिल हुई।