सभी मृतकों का अंतिम संस्कार गंगा घाट पर कराया गया। किसी की रात में तबीयत खराब हो गई तो किसी की सुबह में स्थानीय लोगों और परिजनों ने तुरंत उपचार के लिए अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। मृतकों की उम्र 55 साल के करीब है।
सीने में दर्द शुरू हुआ और दम तोड़ दिए
मामला रायबरेली जिले के गुरबक्श गंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत भीतरगांव का है। भीतरगांव निवासी कमल त्रिपाठी को रात साढ़े नौ बजे सीने में दर्द शुरू हुआ। इसके बाद उन्होंने पेन किलर ले लिया और आराम करने लगे। करीब रात 2 बजे परिजनों को कुछ ठीक नहीं लगा तो उन्होंने कमल को जगाने की कोशिश की।
मामला रायबरेली जिले के गुरबक्श गंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत भीतरगांव का है। भीतरगांव निवासी कमल त्रिपाठी को रात साढ़े नौ बजे सीने में दर्द शुरू हुआ। इसके बाद उन्होंने पेन किलर ले लिया और आराम करने लगे। करीब रात 2 बजे परिजनों को कुछ ठीक नहीं लगा तो उन्होंने कमल को जगाने की कोशिश की।
जब कमल बहुत जगाने पर भी नहीं उठे तो परीजन उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, लेकिन तब तक कमल इस दुनिया छोड़ चुके थे। उसी रात कालीखेड़ा मजरे भीतरगांव के रहने वाले छत्रपाल को भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां उन्होंने भी दम तोड़ दिया। भीतरगांव के जगदेई काफी बुजुर्ग थी और कई दिनों से बीमार थीं उन्होंने भी दोपहर 12 बजे अपने घर पर अंतिम सांस ली।
अचानक तबीयत खराब हुई और प्राण त्याग दिए
वहीं अपने दरवाजे पर तपता ताप रहे शोभा की भी अचानक तबीयत खराब हो गई और उन्होंने प्राण त्याग दिए। यह सिलसिला यही नहीं रुका मंगलवार को सूखा सुबह 7 बजे शौच के लिए खेत गई थी लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। मंगलवार दोपहर 2 बजे के करीब ननकई की भी आकस्मक मृत्यु हो गई।
वहीं अपने दरवाजे पर तपता ताप रहे शोभा की भी अचानक तबीयत खराब हो गई और उन्होंने प्राण त्याग दिए। यह सिलसिला यही नहीं रुका मंगलवार को सूखा सुबह 7 बजे शौच के लिए खेत गई थी लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। मंगलवार दोपहर 2 बजे के करीब ननकई की भी आकस्मक मृत्यु हो गई।
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