इस वर्ष फिर किसानों को होगी परेशानी
सहकारिता विभाग के मंडी बोर्ड ने माहुद (अ) व डुडिय़ा के लगभग 800 से 900 किसानों की परेशानियों को देखते हुए माहुद (अ) में 12 लाख 48 हजार रुपए की लागत से खाद गोदाम निर्माण कराया था। खाद के लिए दोनों पंचायत के किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ता था। किसानों की मांग पर प्रशासन ने इसकी स्वीकृति दी, लेकिन इसके निर्माण में ठेकेदार ने लापरवाही बरती। नतीजा तेज हवा में छत उड़ गई। इस वर्ष भी फिर किसानों को परेशानी होगी।
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सहकारिता विभाग और मंडी बोर्ड झाड़ रहे पल्ला
मामले में बालोद सहकारिता एवं मंडी बोर्ड विभाग से कोई उचित उत्तर नहीं मिल रहा है। कोई कहता है कि मेरे आने से पहले इसका निर्माण हो चुका था। इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। कोई कहता है कि यह मेरे संज्ञान में नहीं है। सहकारिता विभाग का कहना है कि मंडी बोर्ड ने इसे बनाया है। इसकी जानकारी दुर्ग संभाग से पता चलेगा या फिर मंडी बोर्ड विभाग रायपुर से।
ठेकेदार फोन नहीं उठा रहा
निर्माण करने वाले ठेकेदार नरेश साहू ने 5 मिनट बाद फोन लगाना कहकर कॉल काट दी। अब फोन नहीं उठा रहा है। फिलहाल पुन: छत निर्माण कौन करेगा, यह भी पता नहीं है, जबकि सहकारिता विभाग के समस्त अधिकारी इसका निरीक्षण कर जा चुके हैं।
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दुर्ग डिवीजन के इंजीनियर ही बता पाएंगे
बालोद मंडी बोर्ड के कर्मचारी टोकेश्वर डेहरिया ने बताया कि यह निर्माण रायपुर मंडी बोर्ड विभाग ने किया है। इसके संबंध में कोई जानकारी नहीं है। दुर्ग डिवीजन के इंजीनियर ही बता सकते हैं।
खाद गोदाम निर्माण मंडी बोर्ड की निधि से हुआ
शाखा प्रबंधक जेएसकेबी भरदाकला डीके बंजारे ने कहा कि यह खाद गोदाम निर्माण मंडी बोर्ड की निधि से हुआ है। इसके संबंध में कोई जानकारी नहीं है। जानकारी के लिए गब्दी सेवा सहकारी समिति प्रबंधक से बात कर सकते हैं।
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उच्च अधिकारियों को जानकारी दे चुका हूं
गब्दी सेवा सहकारी समिति प्रबंधक लिलेश्वर साहू ने कहा कि इसके बारे में उच्च अधिकारियों को जानकारी दे चुका हूं। मेरे को गब्दी सेवा सहकारी समिति में आए एक साल हुआ है। मेरे आने से पहले इसका निर्माण हो चुका था। भले ही कार्य एजेंसी सोसायटी थी।