धीमी गति से होती है पानी की निकासी
नगर पालिका की नाली अब नेशनल हाइवे के मुख्य नाली में मिल गई है। बस स्टैंड व शहर से आने वाले पानी की निकासी के लिए बड़ी नाली का निर्माण नहीं किया गया है। बस स्टैंड का पानी धीमी गति से निकलता है। अधिक बारिश होने से जलभराव होता है। कुछ घंटे की बारिश में दुकानों में पानी भर जाता है।
गोदाम में नहीं पहुंचा खाद, किसान महंगे दाम पर निजी दुकानों से खरीदने मजबूर
नेशनल हाइवे की नाली को छेद कर निकाला जा रहा पानी
पानी निकासी के लिए पालिका को भी एक बड़ी नाली निर्माण कराने की जरूरत है। अंडरग्राउंड नाली बनानी होगी। अभी तो बारिश की शुरुआत है। अभी और ज्यादा बारिश होगी। कुछ दिन झड़ी की स्थिति निर्मित हुई तो तय है कि बस स्टैंड तालाब के रूप में दिखाई देगा।
नालियों पर कब्जा यह भी बड़ी बजह
नेशनल हाइवे सड़क निर्माण का कार्य पहले हो जाना था, लेकिन यहां धीमी गति से काम के कारण यह स्थिति बनी। पालिका को नया बस स्टैंड से पानी निकासी की पर्याप्त व्यवस्था करने की जरूरत है। इससे पहले नालियों से अतिक्रमण को हटाया था। अवैध कब्जा से नालियों की सफाई कुछ वर्षों से नहीं हुई है।
मच्छरों का प्रकोप शुरू : जिले में डेंगू के दो और मलेरिया के 58 मरीज मिल चुके, दवाई छिड़काव के निर्देश
नहीं बनी कार्य योजना
नगर पालिका को भी मालूम था कि नेशनल हाइवे सड़क निर्माण हो रहा है। नेशनल हाइवे की नाली अलग रहेगी, लेकिन पालिका ने अपनी व्यवस्था बनाने में देरी की। पालिका ने अभी तक नाली निर्माण व पानी निकासी के लिए ठोस योजना नहीं बनाई है।
जानकारी लेकर ही योजना बनाई जाएगी
नगर पालिका सीएमओ सौरभ शर्मा ने कहा कि कहां-कहां पानी निकासी में दिक्कतें आ रही है। इसकी जानकारी मंगाई गई है। जानकारी लेकर ही योजना बनाई जाएगी।