नवजात बच्ची पर जानवरों की नजर नहीं पड़ी
दरअसल बालोद थाना अंतर्गत ग्राम नेवारीखुर्द में किसी महिला एक नवजात बच्ची को जन्म देकर उसे खुले में ही छोड़कर चली गई। शुक्रवार की सुबह जब ग्रामीणों ने गांव के एक व्यक्ति के घर की बाड़ी से बच्ची की जोर-जोर से रोने की आवाज सुनी तो ग्रामीणों ने जाकर देखा तो वह एक नवजात बच्ची थी। अच्छी बात यह रही कि खुले में पड़ी इस नवजात बच्ची पर जानवरों की नजर नहीं पड़ी। वहीं ग्रामीणों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस जांच में जुट गई है। फिलहाल यह बच्चा किसका है, ये तो पता नहीं चला लेकिन पुलिस को पूरी उम्मीद है जल्द ही बच्ची के माता-पिता की पहचान कर लेगी। बीएनएस की धारा 93 के तहत मामला दर्ज
कोतवाली पुलिस ने मामले में बीएनएस की धारा 93 के तहत मामला दर्ज कर लिया। कोई भी बच्चा, जिसकी उम्र बारह वर्ष से कम हो, जिन्हें उनके माता-पिता या उनके देखभाल करने वाले व्यक्तियों द्वारा बच्चे को पूरी तरह से त्यागने के इरादे से किसी भी स्थान पर छोड़ दिया जाता है, तब ये धारा लगाई जाती है।
गांव की मितानिनों से ले रहे जानकारी, जल्द हो सकती है पहचान
फिलहाल पुलिस कड़ाई से इस मामले की जांच में जुट गई है। गांव के हर एक घरों से जानकारी ली जा रही है। सरपंच व मितानिनों का भी सहयोग ले रहे हैं। पुलिस का दावा है कि जल्द ही इस मामले में नवजात बच्ची के माता-पिता की पहचान हो जाएगी। ढाई साल में जिले में 77 लोग हो चुके ठगी का शिकार, 44 मामले में 63 ठग गिरफ्तार
नवजात स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में
नवजात बच्ची को जिला अस्पताल में चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है। वहीं अस्पताल में बेहतर देखभाल से नवजात बच्ची स्वस्थ है। थाना प्रभारी रविशंकर पांडे ने कहा कि मामले की जांच चल रही है।