पुलिस सुत्रों के मुताबिक, साबरमती जेल में अतीक अहमद को जो आईफोन भेजा गया था, उसकी आईडी बड़े के नाम से थी। बरेली जेल में अशरफ को भेजे गए आईफोन की आईडी छोटे के नाम से बनी थी। वहीं, शूटर गुलाम की आईडी उल्लू कोड वर्ड से बनाई गई थी, जबकि अतीक के साथ उम्र कैद की सजा पाने वाले वकील खान सौलत हनीफ की आईडी AD 010 के नाम से बनी थी। शूटर अरमान की आईडी बिहारी नाम से बनाई गई थी। गुड्डू मुस्लिम के आईफोन की आईडी को चिकन कोडवर्ड से थी।
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अभी तक 3 आइफोन हुए हैं बरामदपुलिस सूत्रों के मुताबिक अतीक अहमद के बेटे असद ने सभी आईफोन का कोडवर्ड आईडी तैयार किया था। पुलिस अब तक तीन आईफोन बरामद कर चुकी है। पुलिस ने एक आईफोन लखनऊ से बरामद किया है, जो असद अहमद का बताया जा रहा है।
दूसरा 21 मार्च को सजर अहमद के पास से बरामद हुआ है, जबकि तीसरा आईफोन मंगलवार को अतीक अहमद के ध्वस्त हुए घर से बरामद किया गया है। इन सभी आईफोन की आईडी के डिटेल्स बरामद हुए हैं, जो रजिस्टर में लिखे हुए थे।
24 फरवरी को हुई थी उमेश पाल की हत्या
बता दें कि 24 फरवरी को प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके 2 सुरक्षाकर्मियों संदीप निषाद और राघवेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने धूमनगंज थाने में पूर्व सांसद अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, 2 बेटों, अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम, गुलाम मोहम्मद और 9 अन्य साथियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। उसके खिलाफ प्रयागराज सहित अन्य जिलों में भी कई आपराधिक वारदातों में पहले से केस दर्ज हैं।
बता दें कि 24 फरवरी को प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके 2 सुरक्षाकर्मियों संदीप निषाद और राघवेंद्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने धूमनगंज थाने में पूर्व सांसद अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, 2 बेटों, अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम, गुलाम मोहम्मद और 9 अन्य साथियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। उसके खिलाफ प्रयागराज सहित अन्य जिलों में भी कई आपराधिक वारदातों में पहले से केस दर्ज हैं।