मालगाड़ी के पटरी से उतरने से इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही रुक गई है। 20 ट्रेनों की आवाजाही इससे प्रभावित हुई है। जिनको मंजिल की तरफ भेजने के लिए रेलवे दूसरे रूट का सहारा ले रहा है। वहीं पटरी से डिब्बों को हटाने का काम भी तेजी से चल रहा है।
प्रयागराज की ओर जा रही थी मालगाड़ी
ये मालगाड़ी रविवार सुबह कानपुर से प्रयागराज की ओर जा रही थी। रमवा स्टेशन पर ये डिरेल हो गई।मालगाड़ी का इंजन और कुछ डिब्बे आगे निकल गए। वहीं 29 डिब्बे पटरी से उतरकर एक-दूसरे से टकराए। जिससे लोको पायलट को हादसे का आभास हुआ और उसने मालगाड़ी रोकी।
ये मालगाड़ी रविवार सुबह कानपुर से प्रयागराज की ओर जा रही थी। रमवा स्टेशन पर ये डिरेल हो गई।मालगाड़ी का इंजन और कुछ डिब्बे आगे निकल गए। वहीं 29 डिब्बे पटरी से उतरकर एक-दूसरे से टकराए। जिससे लोको पायलट को हादसे का आभास हुआ और उसने मालगाड़ी रोकी।
हादसे के बाद करीब एक किमी तक पटरी के दोनों ओर डिब्बे बिखर गए। हादसे के बाद दिल्ली हावड़ा रूट बंद है। दूसरे रूट से ट्रेन निकालने की कोशिश
हादसे के बाद बंद हुए ट्रैक के चलते कई गाड़ियां फंस गई हैं। दिवाली पर घर जा रहे हजारों यात्रियों को इससे काफी परेशानी हुई है। ऐसे में रेलवे अफसर मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को दूसरे ट्रैक से निकालने की कोशिश में लगे हैं।
हादसे के बाद बंद हुए ट्रैक के चलते कई गाड़ियां फंस गई हैं। दिवाली पर घर जा रहे हजारों यात्रियों को इससे काफी परेशानी हुई है। ऐसे में रेलवे अफसर मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को दूसरे ट्रैक से निकालने की कोशिश में लगे हैं।
रेलवे अफसरों ने बताया है कि घटना क्यों हुई, इसका पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच में जो भी दोषी मिलेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।