जानकारी के अनुसार पिछले दिनों 20 सितंबर को यू पी बोर्ड मुख्यालय में उप सचिव प्रशासन सुधीर कुमार से किसी बात को लेकर वहां के कर्मचारी उमा शंकर श्रीवास्तव और सचिव कक्ष में झड़गा करने जिस पर राम शंकर पांडे, राजू पासी और सुरेश कुमार सहित चार कर्मचारियों को सचिव ने निलंबित कर दिया था। जिसको लेकर यू पी बोर्ड के कर्मचारियों मे नाराजगी है। कल 27 दिसंबर की रात बोर्ड मुख्यालय में कार्यरत उप सचिव प्रशासन सुधीर कुमार नियुक्ति विभाग के प्रधान सहायक सर्वेश मिश्रा और सचिव स्टेनो लक्ष्मण सिंह को उनके मोबाइल पर जान से मारने की धमकी दी गई है। जिसके बाद मामला थाने तक पंहुच गया है ।
बोर्ड सचिब नीना श्रीवास्तव तीन कर्मचारियों को अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित कर दिया गया था जिसके बाद बोर्ड सचिव सहित अन्य लोगों को जान से मारने की धमकी दी गई हैं। पत्रिका से फोन पर बात करते हुए बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि बोर्ड मुख्यालय के नियुक्ति अनुभाग के प्रधान सहायक सर्वेश कुमार और उनके इस टोनो लक्ष्मण सिंह के मोबाइल नंबर पर फोन करके एक व्यक्ति ने जान से मारने की धमकी दी है। इसके पहले सचिव प्रशासन सुधीर कुमार को कर्मचारियों ने सामाजिक सामूहिक रूप से कार्यालय में देख लेने की धमकी दी थी। उन्होंने बताया कि उनके पास भी ऐसे फोन आए हैं। बोर्ड अधिकारियों को इस बात की आशंका है,कि अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित किए गए कर्मचारियों की इसमें भूमिका हो सकती है। जिसके बाद नीना श्रीवास्तव ने निलंबित चार कर्मचारियों के खिलाफ थाने में तहरीर दी है।
वहीं यूपी बोर्ड में सचिव को धमकी मिलने के बाद हड़कंप मचा है। मामले की जानकारी उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा तक पहुंच गई है। जिसके बाद से बोर्ड प्रशासनिक अमला पूरी तरह से सतर्क है। हालांकि अभी तक इस घटना में पुलिस कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। सीओ सिविल लाइंस के मुताबिक इस मामले में जिसकी भी भूमिका सामने आएगी,उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।