एसटीएफ अधिकारी की मानें तो प्रयागराज की कई हत्याओं में सुपारी किलर धोने तिवारी का नाम सामने आया है। शुक्रवार को सीओ एसटीएफ वाराणसी विनोद कुमार सिंह की टीम ने कैंट थाना क्षेत्र मुठभेड़ के दौरान बस्ती के शिवप्रकाश उस धोनी तिवारी घूरपुर के मनीष केसरवानी और नैनी के अंजनी सिंह को पिस्टल और तमंचे के साथ गिरफ्तार किया। एसटीएफ का दावा है कि बस्ती जेल में बंद झूंसी के राजकुमार यादव से धोनी की दोस्ती है। राजकुमार के कहने पर धोनी झूंसी आया और उसके भाई संतोष यादव से मुलाकात की संतोष ने ही नैनी जेल में शूटआउट कांड में शामिल आरोपियों की हत्या की सुपारी दी थी।
एसटीएफ ने खुलासा किया है की सैयद राजा विधायक सुशील सिंह की हत्या के लिए यह अपराधी बनारस में डेरा डाले हुए थे । बनारस में उनके रुकने का इंतजाम चौबेपुर के रहने वाले अमरनाथ चौबे उर्फ पप्पू चौबे ने किया था। एसटीएफ ने खुलासा किया है कि धोनी तिवारी की दोस्ती इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र नेता अच्युतानंद शुक्ला और सुमित शुक्ला से थी। सुमित की हत्या से पहले वो वाराणसी में मिला था। सुमित की अमरनाथ चौबे ने दोस्ती कराई थी। एसटीएफ ने यह भी बताया कि अमरनाथ के कहने पर विधायक सुशील सिंह अजय मरहद सनी सिंह आज की हत्या की सुपारी धोनी को मिली थी।
पुलिस और एसटीएफ ने बस्ती के रहने वाले धोनी तिवारी को कई हत्याकांड मामले में वांछित किया था। पुलिस ने ही धोनी तिवारी पर एक लाख का इनाम घोषित हुआ था। पुलिस रिकार्ड के अनुसार धोनी ने 2011 में बस्ती में हिंदू युवा वाहिनी के नेता विष्णु दत्त पूजा की गोली मारकर हत्या की थी।