भर्ती का आदेश जारी रेलवे में सुपरवाइजर के पद से रिटायर लोगों के लिए रेलवे में दोबारा नौकरी पाने का एक और मौका मिल रहा है। रेलवे अफसरों ने बताया कि, गति शक्ति यूनिट गठन करने के पीछे मंशा है कि लंबित कार्यों को गति देना। रेलवे का मानना है कि रिटायर कर्मचारियों को तय होने वाले मानक के तहत भुगतान किया जाएगा। इससे रेलवे पर कोई विशेष अधिभार भी नहीं पड़ेगा। हेड ऑफिस दफ्तर के महाप्रबंधक पी अजय कुमार पाठक ने इस आशय के आदेश सभी मंडल रेल प्रबंधकों को जारी कर दिया है। और कहा कि, जल्द ही गति शक्ति यूनिट का गठन करके भर्ती शुरू की जाए।
यह भी पढ़े – लखनऊ में बर्लिगटन क्रॉसिंग का नाम बदला, नया नाम अशोक सिंघल रखा गया गति शक्ति परियोजना क्या है जानें गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लालकिले की प्राचीर से गति शक्ति परियोजना का ऐलान किया था। रेलवे इसी क्रम में अपने सभी डिविजन में गति शक्ति यूनिट बना रहा है। इस यूनिट में पांच सदस्यों को रखा जाएगा जो सीधे डीआरएम को रिपोर्ट करेंगे। इसके जरिए रेलवे अपनी आधारभूत संरचना को गति देने और उसपर केंद्रित होकर काम करने की कोशिश कर रहा है।