इनर रिंग रोड के कार्य के लिए 45 गांव के 4000 से अधिक किसानों की जमीन को सरकार ने अधिग्रहित की है। अधिकांश लोगों के मुआवजे का भुगतान भी कर दिया गया है। कुछ लोगों के मामले न्यायालय में लंबित होने के कारण अभी तक भुगतान नहीं किया गया है। रीवा रोड से ओल्ड जीटी रोड पर महुआरी, लवाइन कला होते हुए अंदावा के रास्ते इस रिंग रोड को आगे ले जाकर सहसों के पास एनएच-2 से मिला दिया जाएगा। नैनी लवायन कला और ओल्ड जीटी रोड से इनर रिंग रोड के निर्माण कार्य को शुरू करने की तैयारी है।
प्रयागराज के यमुना पार क्षेत्र में बनने वाले इनर रिंग रोड से सबसे ज्यादा विकास यहां के किसानों का होगा। उनके पास रोजगार के साधन उपलब्ध हो जाएंगे। साथ ही बाजार को भी रफ्तार मिलेगी। दुकानदारों का कहना है कि रिंग रोड बनने से सामानों की बिक्री ज्यादा होगी।