बीते 40 वर्षों में लंबा– सफर कर चुकी इस ट्रेन ने कई मौसम देखे हैं इस ट्रेन के 40 साल होने पर आज प्रयागराज फैंस क्लब इसी पर डॉक्यूमेंट्री बनाएगा ट्रेन के कोच को सजाया जाएगा। प्रयागराज के बासिंदो को उनकी प्रिय ट्रेन के 40 साल के सफर की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।
40 साल पहले प्रयागराज एक्सप्रेस की शुरुआत हुई थी प्रयागराज से दिल्ली के बीच अपने समय और गति को लेकर इस ट्रेन को हमेशा से ही वीआईपी ट्रेन का दर्जा मिला है। आज भी राजनेताओं ने न्यायमूर्तियों, बड़े उद्योगपतियों की प्राथमिकता में यही ट्रेन रहती है। प्रयागराज फैंस क्लब के हर्षित का कहना है कि इस अवसर पर उनकी पूरी टीम इस ट्रेन पर एक डॉक्यूमेंट्री बनाएगी और प्रयागराज जंक्शन के लगी हर एक स्क्रीन पर समय-समय पर चलाई जाएगी। इस ट्रेन ने कई सफर देखें है और कई बदलाव की गवाही रही है।
ये हैं रोचक किस्से उत्तर मध्य रेलवे की एकमात्र ट्रेन जिसके ऊपर बनाई जा चुकी है मैं प्रयागराज एक्सप्रेस नाम की डॉक्यूमेंट्री। उत्तर मध्य रेलवे की एक मात्र ट्रेन जिसने बीते 6 माह में की 40 करोड रुपए से ज्यादा की कमाई।
प्रयागराज एक्सप्रेस देश की सबसे लंबी यात्री ट्रेन है जिसमें एलएचबी के लगते हैं 24 कोच। प्रयागराज एक्सप्रेस की शुरुआत 16 जुलाई 1984 को पहली बार प्रयागराज जंक्शन से हुई थी। 2009 में आम जनमानस की प्रिय प्रयागराज एक्सप्रेस ने आईएसओ प्रमाण पत्र हासिल किया।
2016 में प्रयागराज एक्सप्रेस देश की पहली 24 कोच वाली एक ट्रेन बनी जिसके एलएचबी रेक थे।