आस्ट्रेलिया में महिला से छेड़छाड़, महंगी शराब और लक्जरी गाड़ियों पर धन खर्चने के आनंद गिरि पर लगे थे आरोप कई अचल सम्पतियां :- मठ-मंदिरों में सिर्फ दान और चढ़ावा ही नहीं आता है उनके पास कई अचल सम्पतियां भी होती हैं। जिनमें सैकड़ों बीघे खेती की भूमि, स्कूल, आश्रम और कई सम्पतियां जिनका इस वक्त बाजार मूल्य अरबों रुपए है। बाघंबरी गद्दी मठ प्रयागराज और कौशांबी में कुल 80 बीघा से अधिक कृषि भूमि है। बाघंबरी गद्दी मठ की संक्रमणीय भूमिधरी है, जिस पर गेहूं, धान, सब्जियां उगाई जाती हैं। इस मठ की गद्दी के नाम से कोई आधार कार्ड नहीं है। अनाज की बिक्री कभी होती भी है, तो महंत के नाम से जारी आधार कार्ड का इस्तेमाल होता है।
महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत मामले शिष्य आनंद गिरि गिरफ्तार पैदा अनाज इस्तेमाल मठ के लिए :- बाघंबरी गद्दी मठ महंत और अखाड़ा परिषद अध्यक्ष स्व. महंत नरेंद्र गिरि ने बताया था कि, मठ की जमीनों पर खेती होती है, उससे पैदा अनाज का ज्यादातर इस्तेमाल मठ संचालन में ही होता है।
बाघंबरी गद्दी मठ के पास अकूत धन-संपदा :- बाघंबरी गद्दी मठ और निरंजनी अखाड़े के पास अकूत धन-संपदा है। इस धन सम्पदा पर अपना एकाधिकार बनाने के लिए कई संतों में विवाद हुआ है। कभी मठ और अखाड़े की सैकड़ों बीघे जमीनें बेचने तो सेवादारों और उनके परिवारीजनों के नाम मकान, जमीन खरीदने को लेकर कई बार विवादों ने गंभीर रुप धारण कर लिया है। धन विवादों को लेकर निरंजनी अखाड़े के मठ में दो महंतों की संदिग्ध मौतें पहले भी हो चुकी हैं।
विवाद के पीछे की कहानी :- बताया जाता है कि महंत नरेंद्र गिरि से उनके शिष्य योग गुरु आनंद गिरि के बीच विवाद की जड़ मई माह में बाघंबरी गद्दी मठ की 80 फीट चौड़ी और 120 फीट लंबी गोशाला की भूमि की लीज निरस्त कराने के बाद सामने आया। आनंद गिरि के नाम लीज पर दी गई इस जमीन पर पेट्रोल पंप प्रस्तावित था। पर महंत नरेंद्र गिरि ने यह लीज निरस्त करा दी कि वहां पेट्रोल पंप नहीं चल सकता। महंत नरेंद्र गिरि का तर्क था कि उस जमीन पर मार्केट बनाया जाए तो मठ की आमदनी बढ़ेगी। आनंद गिरि का कहना था कि गुरुजी ने उस जमीन को बेचने के लिए लीज निरस्त कराई थी। इस विवाद ने बड़ा रुप धारण कर लिया और आनंद गिरि को निष्कासित कर दिया गया।
पहले भी बेची गई थी भूमि :- बताया जा रहा है कि बाघबंरी गद्दी मठ की सात बीघे भूमि 40 करोड़ रुपए में बेची गई थी। मांडा और रायबरेली में भी निरंजनी अखाड़े की करोड़ों की भूमि बेचे जाने पर विवाद रहा है।