हर हर महादेव के जयघोष के साथ आगे बढ़े साधु
किन्नर अखाड़े के सदस्य “हर हर महादेव” के जयघोष के साथ संगम की ओर बढ़े। आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी बीच में छत्र के नीचे चलते हुए अखाड़े का नेतृत्व कर रहे थे, और उनके साथ अन्य महामंडलेश्वर भी उपस्थित थे। इस भव्य जुलूस के दौरान किन्नर अखाड़े के साधु पारंपरिक शस्त्रों का प्रदर्शन कर रहे थे। तलवारें लहराते हुए और उत्साहपूर्ण जयघोष करते हुए उन्होंने अमृत स्नान का शुभारंभ किया, जो एक अद्वितीय और दिव्य दृश्य प्रस्तुत कर रहा था।समाज कल्याण के लिए विशेष प्रार्थना
किन्नर अखाड़े की सदस्य राम्या नारायण गिरी ने बताया कि अमृत स्नान के इस पावन अवसर पर सभी सदस्यों ने भारतवासियों की सुख-समृद्धि और देश के कल्याण की प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि महाकुंभ का यह पर्व केवल धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह समाज को सकारात्मक संदेश देने और एकता व सद्भाव को बढ़ावा देने का भी एक सशक्त माध्यम है। यह भी पढ़ें