उन्होंने गीता प्रेस के 100 वर्षों की सेवा को सराहा और हिंदू सनातन साहित्य के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान की प्रशंसा की। गोरखपुर स्थित गीता प्रेस हिंदू धार्मिक साहित्य का सबसे बड़ा प्रकाशक है, जिसने औपनिवेशिक काल के दौरान हिंदू संस्कृति और आस्था की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
गीता प्रेस और महाकुंभ का महत्व
अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने शुक्रवार को गीता प्रेस के पदाधिकारियों से मुलाकात की। महाकुंभ में आने वाले एक करोड़ श्रद्धालुओं को ‘आरती संग्रह’ मुफ्त वितरित करने का संकल्प लिया है। आर्थिक संकट से गुजर रही गीता प्रेस अब रामचरितमानस की बढ़ती मांग और नए निवेश के चलते पुनर्जीवित हो गई है। महाकुंभ के दौरान इसकी भूमिका श्रद्धालुओं के लिए धार्मिक साहित्य और सांस्कृतिक मूल्य प्रदान करने में अहम होगी।
महाप्रसाद सेवा का भी किया है शुभारंभ
हाल ही में महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को भोजन उपलब्ध कराने के लिए अडानी समूह ने इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस) के साथ साझेदारी की है। 13 जनवरी से शुरू होने वाले मेले में 50 लाख श्रद्धालुओं को ‘महाप्रसाद सेवा’ प्रदान की जाएगी। भोजन दो बड़ी रसोई में तैयार होगा और इसे मेला क्षेत्र के 40 स्थानों पर वितरित किया जाएगा। इस सेवा में 2,500 स्वयंसेवक शामिल होंगे।