राखी को घर वापस भेजा गया
शुक्रवार को रमता पंच की मौजूदगी में अखाड़े के शीर्ष पदाधिकारियों की पंचायत में यह निर्णय लिया गया। इस पंचायत में संरक्षक श्रीमहंत हरि गिरि, जूना अखाड़े के सभापति श्री महंत प्रेम गिरि, प्रवक्ता और दूधेश्वरनाथ पीठाधीश्वर श्री महंत नारायण गिरि मेला प्रभारी मोहन भारती, सचिव महेश पुरी शामिल हुए। इसी के साथ साध्वी बनाई गई बालिका को घर भेज दिया गया। वहीं, उसके माता-पिता का कहना था कि उनकी बेटी शुरू से साध्वी बनना चाहती थी।आगरा की रहने वाली है युवती
दरअसल, आगरा की रहने वाली राखी को जूना अखाड़े के महंत कौशल गिरि ने दान के रूप में प्राप्त करने का दावा करते हुए उसे साध्वी बना लिया था। जूना अखाड़े में बालिका साध्वी की वेशभूषा में नजर आई थी। कहा जा रहा था कि संन्यासिनी की इस पंचायत में संरक्षक श्रीमहंत हरि दीक्षा दिलाने के बाद महाकुंभ में धर्म ध्वजा पर संस्कार कराया जाना था। इसके बाद परंपरा के अनुसार बालिका के जीते जी पिंडदान कराने की भी बात की गई। यह भी पढ़ें