तय समय सीमा के बाद भी माघ मेले का अब तक 40 प्रतिशत काम अधूरा है। मेले की तैयारियों को मेला आगाज के पहले पूरा कराने को लेकर कार्य जारी है। 14 जनवरी को माघ मेले का पहले स्नान पर्व मकर संक्रांति का होगा। इस दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाएंगे।
यह भी पढ़ें
वाट्सप पर भेजे इस मैसेज को भूल से न करें क्लिक, मिनटों में खाली हो जाएगा आपका खाता, जानिए क्या है स्कैमर्स फ्रॉड
स्वास्थ्य, पानी और बिजली आपूर्ति काम अधूरा माघ मेला 2022 को शुरू होने में अभी मात्र पांच दिन बचे हैं लेकिन अब तक न बिजली के पोल में लाइट लग पाई है, और न ही पानी के लाइन बिछ पाई है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्थाई अस्पतालों का निर्माण भी अधूरा है। मेला क्षेत्र में काम अधूरा होने की वजह आने वाले श्रद्धालु मेला प्रशासन कार्यकाल का चक्कर काटने में व्यस्त है। माघ मेले में तंम्बू लगने शुरू हो गए हैं, लेकिन व्यवस्था के लिए भक्त चक्कर काटने को मजबूर हैं। अब तक नहीं हुए ये काम पूरे माघ मेले में अब तक कल्पवासियों के लिए तंम्बू नहीं लग पाए हैं। मेला प्रशासन ने भूमि आवंटन का काम शुरू तो कर दिया है लेकिन पंडों को व्यवस्था नहीं मिलने से तंम्बू की नगरी को सजने में देरी हो रही है। इसके साथ ही मेला क्षेत्र में चकार्ड प्लेट बिछने का कार्य अधूरा है। रास्तों का निर्माण कार्य सही समय पर हो इसके लिए मेला अधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है। माघ मेले में आने वाले भक्तों और कल्पवासियों के लिए पेयजलापूर्ति का कार्य अब तक नहीं पूरा हो पाया है। मेला में आखिरी चरण में पाइप लाइन बिछाने का काम जारी है। लेकिन प्रशासन ने यह दावा करती है कि मेले में व्यवस्था सही समय पर पूरा होगी।
यह भी पढ़ें