जब मेयर पद के लिए टिकट पाने के लिए आवेदन पत्र भरने की प्रक्रिया शुरू हुई तो अजय श्रीवास्तव ने भी अपनी दावेदारी पेश की। सपा के बड़े नेताओं ने लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय बुलाकर उनसे बातचीत की। इसके बाद उन्हें मेयर पद के लिए प्रत्याशी घोषित किया गया।
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कायस्थ समाज से आते हैं अजय श्रीवास्तव
अजय श्रीवास्तव कायस्थ समाज से आते हैं। वह केपी ट्रस्ट यानी कायस्थ पाठशाला के 2007 से 12 तक उपाध्यक्ष भी रहे हैं। कायस्थ समाज में वह कई पदों पर अपनी भूमिका निभा चुके हैं। जातिगत समीकरण को देखते हुए सपा ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया है। अजय श्रीवास्तव का घर प्रयागराज के जार्जटाउन में सपा कार्यालय के पास है। उनकी पत्नी प्रतिमा श्रीवास्तव गृहणी हैं। अजय की दो बेटियां हैं। दोनों की शादी हो चुकी है। एक लंदन में तो दूसरी बंगलुरू में रहती है।
बसपा के टिकट पर लड़े थे विधानसभा का चुनाव
अजय श्रीवास्तव ने अपनी राजनीति की शुरुआत बहुजन समाज पार्टी से की थी। साल 2002 विधानसभा चुनाव में मायावती ने अजय को इलाहाबाद शहर उत्तरी से अपना प्रत्याशी बनाया था। लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 2005 से 2009 तक वह बसपा के महानगर अध्यक्ष रहे। 2010 में वह जिले में लोकसभा प्रभारी एवं 2011 में बसपा के जिला प्रभारी बने। 2010 में वह जिले में लोकसभा प्रभारी एवं 2011 में बसपा के जिला प्रभारी बने।
पार्षद भी रहे चुके हैं अजय श्रीवास्तव
अजय श्रीवास्तव वर्ष 2007 से 2012 तक नगर निगम में पार्षद भी रह चुके हैं। अब वह सीधे महापौर की लड़ाई में हैं। बता दें कि प्रयागराज में महापौर की कुर्सी पर दो बार कायस्थ समाज के नेता भी बैठ चुके हैं। पहली बार साल 2001 में डॉ. केपी श्रीवास्तव महापौर बने थे, उस समय वह सपा में ही थे।
अजय श्रीवास्तव वर्ष 2007 से 2012 तक नगर निगम में पार्षद भी रह चुके हैं। अब वह सीधे महापौर की लड़ाई में हैं। बता दें कि प्रयागराज में महापौर की कुर्सी पर दो बार कायस्थ समाज के नेता भी बैठ चुके हैं। पहली बार साल 2001 में डॉ. केपी श्रीवास्तव महापौर बने थे, उस समय वह सपा में ही थे।
इसके बाद साल 2006 में कांग्रेस ने चौधरी जितेंद्र नाथ सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया और वह चुनाव जीत भी गए थे। उन्होंने सपा के विनोद चंद्र दुबे को हराया था। 2012 में सपा ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था। 2017 में हुए निकाय चुनाव में सपा ने दोबारा विनाेद चंद्र दुबे को ही प्रत्याशी बनाया लेकिन सपा हार गई। अब एक बार फिर सपा ने कायस्थ समाज से आने वाले अजय श्रीवास्तव पर दांव लगाया है।