अंतरिक्ष से कैसा दिखता है महाकुंभ?
ISRO ने एक ट्वीट में बताया कि EOS-04 (RISAT-1A) ‘सी’ बैंड माइक्रोवेव सैटेलाइट के जरिए ली गई समय-सीमा की तस्वीरें महाकुंभ मेला 2025 के लिए टेंट सिटी की स्थापना और अन्य संरचनाओं का विवरण प्रदान करती हैं। इन तस्वीरों में पीपा पुलों और अन्य बुनियादी ढांचे की जानकारी भी उपलब्ध कराई गई है। इसके अलावा, तस्वीरों में प्रयागराज में स्थित भारत के आकार का शिवालय पार्क भी स्पष्ट रूप से दिख रहा है, जो 12 एकड़ भूमि पर फैला हुआ है और प्रमुख आकर्षण के रूप में डिजाइन किया गया है।
तस्वीरों में दिखा संगम का अद्भुत नजारा
इन सैटेलाइट तस्वीरों में संगम क्षेत्र का अद्भुत विकास और निर्माण प्रक्रिया दर्शाई गई है, जो महाकुंभ के विशाल आकार और महत्व को और भी स्पष्ट करती है। त्रिवेणी संगम की ‘टाइम सीरीज’ तस्वीरें, जो सितंबर 2023 और दिसंबर 2024 में ली गई थीं, भी वेबसाइट पर साझा की गई हैं, और ये तस्वीरें स्थल में हुए परिवर्तनों को दिखाती हैं।
मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ लोग करेंगे स्नान
महाकुंभ मेला, जो हर 12 साल में एक बार आयोजित होता है, इस बार 13 जनवरी से शुरू हुआ और 26 फरवरी तक चलेगा। इस धार्मिक आयोजन में दुनियाभर से करोड़ों श्रद्धालु भाग ले रहे हैं, जिनमें से अब तक आठ करोड़ से अधिक तीर्थयात्री संगम में पवित्र डुबकी लगा चुके हैं। बताया जा रहा है कि मौनी अमावस्या पर लगभर दस करोड़ लोग स्नान करने महाकुंभनगर आ सकते हैं। मेला प्रशासन अगले अमृत स्नान की तैयारियों में जुट गया है।