जिसके चलते अंसार अहमद जहां भी जाते हैं लोग वहां उनकी मूंंछों को देखकर उनके चारों ओर खड़े हो जाते हैं। इसके साथ अंसार अहमद खुद भी कहते हैं कि लोग उन्हें चंदन तस्कर वीरप्पन का छोटा भाई कहते हैं, लेकिन वह कभी इस बात का बुरा भी नहीं मानते हैं। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अंसार अहमद कहते हैं कि वह जैसे दिखते हैं वैसे हैं बल्कि एक सीधा-साधा इंसान है।
मूंछ बनी पहचान प्रयागराज फाफामऊ विधानसभा के समाजवादी प्रत्याशी अंसार अहमद ने कहा कि मेरी मूछ ही पहचान है। जब कभी पहलवान था तो मूछ पहचान थी आज राजनीति में हूँ तो मूछ ही पहचान है। विधानसभा में भी मूछों के नाम से जाना जाता हूँ। लोग यहां तक मूछ वाले नेता जी के भी नाम से बोलते हैं। समाजवादी पार्टी ने जो भरोसा जताया है इसके लिए सौ प्रतिशत मेहनत जारी है।
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