कितने मंगलवार व्रत रखना चाहिए ?
उन्नाव के ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषिकांत मिश्र बताते हैं कि हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने के लिए 21 या 45 मंगलवार तक व्रत रखना शुभ माना जाता है, लेकिन कुछ हनुमान भक्त इसे आजीवन करते हैं। पंडित ऋषिकांत ने बताया कि भक्त संकल्प लेकर आखिरी मंगलवार व्रत के बाद आने वाले अगले मंगलवार को इसका विधिवत उद्यापना करें। यानी अगर आपने 21 मंगलवार व्रत का संकल्प लिया तो 22वें मंगलवार को उद्यापन करें, वहीं अगर 45 व्रत का संकल्प है तो 46वें मंगलवार को उद्यापन करने का नियम है।
उन्नाव के ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषिकांत मिश्र बताते हैं कि हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने के लिए 21 या 45 मंगलवार तक व्रत रखना शुभ माना जाता है, लेकिन कुछ हनुमान भक्त इसे आजीवन करते हैं। पंडित ऋषिकांत ने बताया कि भक्त संकल्प लेकर आखिरी मंगलवार व्रत के बाद आने वाले अगले मंगलवार को इसका विधिवत उद्यापना करें। यानी अगर आपने 21 मंगलवार व्रत का संकल्प लिया तो 22वें मंगलवार को उद्यापन करें, वहीं अगर 45 व्रत का संकल्प है तो 46वें मंगलवार को उद्यापन करने का नियम है।
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कैसे शुरू करें मंगलवार व्रत ?1. चित्रकूट निवासी ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज मिश्रा बताते हैं कि पहले मंगलवार को स्नानादि से निवृत्त होकर हनुमान जी के समक्ष ऊपर बताई संख्या अनुसार व्रत का संकल्प लें। हर मंगलवार को सूर्योदय से पूर्व स्नान के बाद लाल रंग के वस्त्र पहनें।
2. घर के ईशान कोण में हनुमान जी के आसन के लिए चौकी रखें, उस पर बजरंगी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें। आप हनुमान मंदिर में जाकर भी पूजा कर सकते हैं। 3. पूजा में हनुमान जी को सिंदूर में चमेली का तेल मिलाकर चोला चढ़ाएं, लाल रंग के पुष्प, वस्त्र, नारियल, गुड़, चना, पान का बीड़ा, अर्पित करें।
4. बूंदी, इमारती, बेसन के लड्डू इनमें से किसी भी मिष्ठान का भोग लगाएं, ये बजरंगबली के प्रिय हैं। साथ ही राम-सीता का स्मरण भी करें। इनके बिना हनुमान जी की पूजा अधूरी मानी जाती है।
5. हनुमान चालीसा या सुन्दरकाण्ड का पाठ करें। अंत में आरती कर दें। 6. हर मंगलवार पर जरुरतमंदों को गुड़, नारियल, मसूर की दाल, लाल वस्त्र, लाल चंदन, भूमि का दान करना चाहिए।
संध्याकाल में पुन: हनुमान जी का स्मरण करने के बाद ही व्रत का पारण करें।
संध्याकाल में पुन: हनुमान जी का स्मरण करने के बाद ही व्रत का पारण करें।
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मंगलवार व्रत के लाभ1. शास्त्रों के अनुसार शनि की पीड़ा से मुक्ति पाने के लिए मंगलवार का व्रत श्रेष्ठ माना जाता है। इसके प्रताप से जातक को साढ़ेसाती और ढैय्या के दुष्प्रभाव से राहत मिलती है।
2. संतान उत्पत्ति में बाधा आ रही है या फिर विवाह में विलंब हो रहा है तो मंगलवार व्रत जरुर करें। इससे मंगल दोष के कारण विवाह में आ रही रुकावट भी दूर होती है।
3. मंगलवार व्रत से रक्त संबंधी परेशानियां दूर होती है, क्रोध पर काबू पाने की शक्ति मिलती है। तमाम संकटों का नाश होता है। इस व्रत करने से सभी प्रकार की बुरी शक्तियां दूर रहती है।
मंगलवार व्रत में न करें ये काम
1. मंगलवार के दिन खासकर व्रती को बाल, दाढ़ी, नाखून नहीं काटना चाहिए, इसे अशुभ माना गया है। साथ ही ब्रह्मचर्य का पालन करें
2. इस दिन काले रंग के वस्त्र न पहने, अन्यथा व्रत के फल से वंचित रह जाएंगे।
1. मंगलवार के दिन खासकर व्रती को बाल, दाढ़ी, नाखून नहीं काटना चाहिए, इसे अशुभ माना गया है। साथ ही ब्रह्मचर्य का पालन करें
2. इस दिन काले रंग के वस्त्र न पहने, अन्यथा व्रत के फल से वंचित रह जाएंगे।
3. मंगलवार के दिन भूलकर भी नमक का सेवन नहीं करें। व्रत पारण में भी नमक युक्त भोजन न खाएं, नहीं तो व्रत व्यर्थ चला जाएगा। 4. भूलकर भी तामसिक भोजन, मदिरा का सेवन न करें। इससे हनुमान जी के क्रोध का सामना करना पड़ सकता है।
मंगलवार के दिन शुक्र और शनि से जुड़ा कोई भी काम नहीं करें। ऐसा करने से उस काम असर उल्टा ही पड़ता है।
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ये लोग जरुर करें मंगलवार व्रतज्योतिष के अनुसार मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल है, ऐसे में इन राशि वालों को मंगलवार का व्रत जरूर रखना चाहिए। कर्क राशि में मंगल नीच का माना गया है इसलिए इन लोगों को भी व्रत करना चाहिए। इससे हनुमान और मंगल देव की कृपा द्दष्टि सदा आप पर बनी रहेगी और आपके मान-सम्मान, बल, पुरुषार्थ में वृद्धि होगी. स्वास्थ अच्छा रहेगा।