बता दें कि प्रयागराज में सोशल मीडिया के जरिए आपत्तिजनक पोस्ट डालकर धार्मिक व सांप्रदायिक सद्भाव भड़काने के मामले में प्रयागराज पुलिस ने चार युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार किया है। एसपी सिटी बृजेश कुमार श्रीवास्तव से मिली जानकारी के मुताबिक दो युवकों पर धूमनगंज थाने में और दो युवकों पर सिविल लाइंस थाने में लोगों की धार्मिक भावनाओं को भड़काने का आरोप है। जिस पर आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
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पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए युवकों में से एक दरोगा का बेटा भी बताया जा रहा है पुलिस सभी युवकों से पूछताछ कर रही है पकड़े गए युवकों मैं मनीष प्रकाश सिंह धूमनगंज का रहने वाला है और वह जिम का संचालन करता है। तो वही मोहम्मद अनस झूंसी और मोहम्मद दानिश सिविल लाइंस के रहने वाले हैं। एक हिंदू संगठन से जुड़े सत्येंद्र दुबे उर्फ सत्य जॉर्ज टाउन के रहने वाले हैं। इन चारों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
कमलेश तिवारी हत्याकांड के बाद धार्मिक व सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने के मामले के मद्देनजर प्रयागराज पुलिस ने सोशल मीडिया सेल के तहत फेसबुक व्हाट्सएप ट्विटर और इंस्टाग्राम पर भी अलर्ट जारी किया है। जिस पर लगातार नजर रखी जा रही है। एसपी सिटी के मुताबिक पकड़े गए युवकों के सोशल साइट से आपत्तिजनक पोस्ट डिलीट कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा है कि आगे भी पुलिस ऐसी घटना को लेकर सतर्क है। गौरतलब है कि प्रदेश में संप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश को लेकर डीजीपी ओपी सिंह ने बेहद सख्त हैं। एसपी सिटी के मुताबिक डीजीपी के निर्देश पर सोशल मीडिया पर धार्मिक सद्भाव बिगाड़ने वाले आरोपियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए गए।